मूली के फायदे , घर पर मूली कैसे उगाये How to Grow Radish

दुनिया भर में मूली या Radish रसोई में Use होने वाली सबसे Common सब्जियों में से है । स्वाद के साथ-साथ यह कई रोगों को दूर भगाने में भी कारगर साबित हुई है ।आज हम ‘ घर पर मूली कैसे उगाये How to Grow Radish’ में हम मूली के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे ।

घर से उगाये गए मूली से आपको पराठे, साग और आचार का भरपूर मज़ा आपको लेना है यहाँ दी गई जानकारी आपके काफी काम आने वाली है ।

स्वादिष्ट मूली का साग बनाए

मूली का परिचय

महान ग्रीक इतिहासकर Herodotus (484-424 BC) के अनुसार प्राचीन मिस्र में मूली एक प्रमुख फसल थी , इसको उगाने का चित्रण पिरामिडों के भीतर भी पाये गए हैं ।

सफ़ेद मूली
चित्र 1 – भारतीय सफ़ेद मूली 

ऐसा कहा जाता है कि मूली की उत्पत्ति संभवतः भूमध्य सागर से कैस्पियन सागर के मध्य के क्षेत्र में हुई होगी वह से यह यूरोप और एशिया में घरों में प्रचलित हो गया ।

आयुर्वेद मे भी हजारों साल पहले से मूली का जिक्र पाया जाता है जिसके अनुसार यह एक बहुत ही उपयोगी औषधि के रूप में प्रयोग किया जा सकता है ।

मूली या Radish का वानस्पतिक नाम Raphanus Sativus है तथा 100 से ज्यादा इसकी किस्में पायी जाती हैं । यह लंबी छोटी सफ़ेद रंग की , लाल रंग की और गोल आकार मे पायी जाती है पर भारत मे यह ज़्यादातर सफ़ेद मूली ही उगाई जाती है ।

मूली कब लगाना है / सीजन

अगर आप यह सोच रहे हैं कि घर पर मूली कैसे उगाये तो सबसे पहले आपको सही समय और जलवायु के बारे मे जानना होगा ।

मूली वैसे तो अब साल भर बाज़ार में पाई जाती है पर अगर आप घर पर उगाना चाहते हैं तो सर्दियों में आप इसे आसानी से उगा सकते हैं ।

मूली के लिए आदर्श तापमान 10 से 25 डिग्री C के मध्य होना चाहिए । इसे आप सितंबर में पहली खेप लगा सकते है इसके बाद जनवरी तक हर 15 दिन पर 5-5 बीज लगाते जाइए ताकि पूरे सीजन भर घर पर आपको मूली और उसकी पत्तियाँ मिलती रहें ।

उत्तर भारत के ज़्यादातर राज्यों मे मूली की बड़े स्तर पर खेती की जाती है पहाड़ी इलाकों मे अगस्त तक इसको लगाया जाता है जबकि मैदानी इलाकों मे जनवरी तक भी लगते हैं ।

बीज कहाँ से ले

मूली के बीज बहुत ही आसानी से और बेहद कम दाम पर किसी भी बीज भंडार पर मिल जाएगा । सब्जी मंडी या आपके शहर के मुख्य बाज़ार मे मिल जाएगा ।

मूली के बीज
चित्र 2 – मूली के बीज 

Online भी मँगवा सकते हैं पर Online यह महंगा मिल सकता है इसलिए बाज़ार से ही लेकर आए क्यूंकी मूली वैसे भी सस्ती मिलती है इसलिए उस पर ज्यादा पैसे खर्च करके उगाना सही नहीं है ।

मूली लगाने के लिए मिट्टी कैसी तैयार करना है

मूली उगाने के लिए बहुत ही भुरभुरी मिट्टी की जरूरत होती है ताकि जड़े अच्छे से फैल सके जैसे कि आपको पता ही है कि मूली का मुख्य हिस्सा जड़ ही होता है । पत्तियाँ भी use होती हैं पर मुख्य रूप से जड़ को उगाने के लिए ही इसे लगाया जाता है ।

इसके लिए आप इस मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं –

गार्डेन Soil      50%

बालू            20%

गोबर कि खाद    30%

हमें प्रयास यही रखना है कि कम कीमत पर ही मूली या इस तरह की सब्जियाँ उगाई जाए जो बाज़ार मे ज्यादा महंगी नहीं मिलती ।

घर का बना कम्पोस्ट डाले या गाँव से मँगवा कर गोबर की खाद का प्रयोग करें तो अति उत्तम रहेगा । अगर किसी खेत की मिट्टी मिल जाए तो बहुत उत्तम रहेगा ।

मूली को वैसे भी ज्यादा पोषण की आवश्यकता नही होती क्यूंकी इसकी जड़ जब थोड़ा कम पोषण पाएगी तब वह ज्यादा मेहनत करेगी और size में वह बढ़ती जाएगी ।

यदि उसको आप पोषण यानि खाद पर्याप्त रूप से दे देंगे तो वह मेहनत नहीं करेगी और खाद का पोषण आसानी से पत्तियों की ओर भेजती रहेगी जिससे पत्तियाँ ज्यादा अच्छी होंगी न कि जड़ ।

 

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पौध / बीज कैसे लगाना है

बीज से पौध तैयार करने के कई तरीके हैं जिनमें से यहाँ 2 का विवरण दिया जा रहा है जो आपको आसान लगे उस हिसाब से आप मूली उगा लें –

पहली विधि

आप चाहे तो अफले किसी Tray मे Seedlings या पौध तैयार कर लें फिर 4-5 दिन बाद जब उनमें Sprouting शुरू हो जाए तो उन्हें Tray में से निकाल कर गमले या जमीन में लगा दें ।

इसके लिए Tray जिसमें Holes जरूर हों में मिट्टी, बालू और खाद कि बराबर मात्रा मिलकर उस पर 20-25 मूली के बीज बराबर दूरी पर बिखेर दें और ऊपर से आधा सेंटीमीटर मिट्टी कि परत डाल दें और हल्के हाथों से पानी का छिडकाव कर दें ।

4-5 दिन बाद उसमें अंकुरण (चित्र – 4) दिखने लगेगा , तथा 10-12 दिन बाद Secondary leaves भी आ जाएंगी जैसा की नीचे चित्र में दिख रहा ।

मूली के पौधे
चित्र 3 – कुछ मे मूली के असली पत्तियाँ यानि लंबी पत्तियाँ भी आ गई है 

अब आपको इसमें thining करनी है मतलब 6-7 अच्छे पौधों को छोडकर बाकी निकाल देना है । जिन पौधों को आप निकाल रहे हैं उन्हें चाहे तो नए गमले में लगा सकते हैं नही तो सलाद में प्रयोग कर लीजिये ।

अगर आप के पास 12 इंच चौड़ाई वाला गमला है तो उसमें सिर्फ 6-7 पौध लगाये उससे ज्यादा लगाने पर मूली का Size बढ़ेगा नहीं सिर्फ ऊपर पत्तियाँ ही रहेंगी ।

आपके पास कोई ऐसा गमला है जिसमें कोई प्लांट लगा है और जगह दिख रही है तो उसमें भी 2-3 Seedling लगा दीजिये बशर्ते वह पौधा फूल का न हो ताकि पोषण कि कमी न हो जाए , किसी Ornamental Plant में लगा सकते हैं ।

दूसरी विधि –

आप सीधे बीज गमले में या जमीन में भी लगा सकते हैं , 12 इंच के गमले मे उंगली से 10-12 Hole या गड्ढा कर लीजिये । इनमें एक एक बीज दाल दीजिये ।

इसके ऊपर आधा सेमी मिट्टी या कोकोपीट छिड़क दीजिये फिर हल्के हाथों से पनि का छिडकाव कर दीजिये ।

मूली का अंकुरण
चित्र 4 – चार दिन में बीज का अंकुरण 

जब 4-5 दिन बाद इनमें अंकुरण हो जाए और पहली पत्तियाँ दिखने लगे तो कुछ पौध हटा सकते हैं और कुल 6-7 पौध ही बचाकर रखें ।

मूली के पौधे की देखभाल कैसे करे  

धूप

मूली को रोज लगभग 6 घंटे की अच्छी धूप चाहिए पर अगर आप के छट या बालकनी मे पूरे समय धूप नही आती और कुछ समय अगर सेमी shade मे भी रह जाता है तो ये झेल लेगा ।  

पानी

मिट्टी की ऊपरी सतह चेक करते रहे जब भी सतह सूखी लगे तब पानी देते रहिए । रोज पानी देने की आवश्यकता नहीं है , जितनी जरूरत हो उतना ही पानी दीजिये ।

खाद रसायन

इस के लिए अलग से खाद देने की कोई खास आवश्यकता नहीं यदि आपने Potting Mix मे 30-40% खाद मिला लिया हो ।

यदि शुरू मे कम खाद मिलाया हो तो 20-25 दिन बाद 3-4 मुट्ठी गोबर की खाद या घर पर बना कम्पोस्ट डाल दें । बाहर का खरीदा समान जितना कम हो सके उतना डाले क्यूंकी हमे कम लागत मे ज्यादा सब्जी या मूली प्राप्त करनी है ।

कीट /रोग

किसी भी प्रकार के कीट या रोग से बचाव के लिए अंकुरण के बाद से हर 15 दिन पर 5 मिली नीम तेल को 1 लीटर पानी मे मिलकर छिड़काव कर सकते हैं ।

हार्वेस्ट Harvest

मूली आसानी से 40 से 50 दिनों के भीतर Harvest के लिए तैयार हो जाती है । अगर आपको मूली का साग या सलाद मे use करना है तो कुछ पत्तियाँ बीच बीच मे तोड़ सकते हैं ।

मूली के फायदे

इसके के अनेक औषधीय गुण हैं जिनका उल्लेख आयुर्वेद मे भी मिलता है। मूली का नियमित उपयोग करने से कई रोग पास नहीं आते हैं –

हृदय को स्वस्थ रखने मे सहायक

मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक

इमुनिटी बढ़ाने में सहायक

पाचन और गैस में लाभदायक

कब्ज़ में राहत

कैंसर से बचाव

किडनी की पथरी में लाभ

वजन नियंत्रित करता है

मूली के इतने फायदे और लगाने की आसान विधि जानकार मुझे पूरी उम्मीद है आप अब मूली का सेवन अब और अच्छी तरह से करेंगे तथा घर में इसे उगाने का भी प्रयोग करेंगे ।

Happy Gardening

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