इस तरीके से आप अपने घर पर ही पपीते को अच्छे से उगा सकते हैं | papita ke fayde

पपीता जो कि एक बहुत ही फायदेमंद और स्वादिष्ट फल है, और भारत में काफी ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। पपीता बाकी पेड़ों के मुकाबले में काफी तेजी से बढ़ने वाला हर्बेशियस पौधा है, जिसका वैज्ञानिक नाम कैरिका पपाया Carica papaya होता है। papita ke fayde

Papaya शब्द स्पेनिश शब्द papaw या pawpaw से बना है , जीनस Carica जोकि Caricaceae फॅमिली मे आता है ।  ऐसा माना जाता है कि इसे सबसे पहले अभी के Mexico और Central America  के आसपास उगाया जाता था । वर्तमान मे विश्व के कुल पपीता उत्पात का 40 % से ज्यादा भारत मे होता है ।

papita ke fayde

पपीता के बड़े लोब वाले पत्ते होते हैं, जिसकी वजह से इसका पेड़ छाते के आकार में दिखता है। भारत में पपीते का पेड़ आम तौर पर लगभग सभी क्षेत्रों में पाया जाता है, आप इसे अपने गार्डन में किसी धूप वाली जगह पर उगा सकते हैं।

इसका इस्तेमाल अलग-अलग औद्योगिक और औषधि एवं व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है।

Table of Contents

पपीते के फायदे

पपीता एक उष्णकटिबंधीय फल है जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसके कई संभावित स्वास्थ्य लाभ हैं। पपीते के कुछ फायदे इस प्रकार हैं:

पोषक तत्वों से भरपूर

पपीता विटामिन ए और सी के साथ-साथ फोलेट, पोटैशियम और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है।

पाचन में मदद 

पपीते में पपैन नामक एक एंजाइम होता है जो पाचन तंत्र में प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है, जो पाचन में सहायता कर सकता है।

विरोधी भड़काऊ प्रभाव हो सकता है

पपीते में कई यौगिक होते हैं, जिनमें पपैन और काइमोपैन शामिल हैं, जिनके विरोधी भड़काऊ प्रभाव हो सकते हैं। दिल की सेहत में सुधार पपीता पोटेशियम से भरपूर होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने और हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

एंटीकैंसर गुण हो सकते हैं

पपीते में लाइकोपीन सहित कई एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जिनमें एंटीकैंसर गुण हो सकते हैं।

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है

पपीता विटामिन सी से भरपूर होता है, जो प्रतिरक्षा कार्य के लिए महत्वपूर्ण है और संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है।

कुल मिलाकर, पपीता एक पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है जो कई संभावित स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है।

पपीते को कैसे प्रयोग करे

पपीते का विभिन्न तरीकों से आनंद लिया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

ताजा और पका हुआ

बस एक पके पपीते को आधा काट लें, बीज निकाल दें और चम्मच से गूदे का आनंद लें।

रायते के रूप मे

कच्चे पपीते से बहुत ही स्वादिष्ट रायता बनाया जाता है ।

Smoothy

पौष्टिक और स्वादिष्ट स्मूदी के लिए पपीते को अन्य फलों, जैसे केला या आम, और अपनी पसंद के तरल (जैसे नारियल पानी या बादाम का दूध) के साथ ब्लेंड करें।

सलाद

मीठे और रसीले स्वाद के लिए अपने पसंदीदा सलाद में कटा हुआ या कटा हुआ पपीता शामिल करें।

साल्स

पपीते का इस्तेमाल साल्सा रेसिपी में ट्रॉपिकल ट्विस्ट के लिए किया जा सकता है।

ग्रील्ड

कटे हुए पपीते को ग्रिल करके साइड डिश या मिठाई के रूप में परोसा जा सकता है।

पपीते के बीज

पपीते के बीजों को सुखाकर पाउडर बनाया जा सकता है जिसे मसाला के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है या स्मूदी या बेक किए गए सामान में जोड़ा जा सकता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ लोगों को पपीते से एलर्जी हो सकती है, खासकर अगर उन्हें लेटेक्स से एलर्जी हो। यदि आप निश्चित नहीं हैं कि आपको पपीते से एलर्जी है या नहीं, तो पहले थोड़ी सी मात्रा में खाने का प्रयास करें और किसी भी लक्षण पर नजर रखें।

यदि आप किसी प्रतिकूल प्रतिक्रिया का अनुभव करते हैं, जैसे कि खुजली, सूजन, या सांस लेने में कठिनाई, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

पपीते का बीज किस समय लगाए

अपने घर या गार्डन या फिर टेरेस में पपीता लगाने के लिए आप को अधिकतम 25-30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है।

आप इसे अपने घर में मानसून (जून-जुलाई), वसंत (फरवरी-मार्च) या फिर शरद ऋतु (अक्टूबर-नवंबर) के महीने में लगा सकते हैं।

यदि आप घर में गमले या फिर कंटेनर में पपीता लगाने के लिए दोमट मिट्टी में पर्याप्त कार्बनिक पदार्थों को अच्छी तरह से मिलाएं। इससे बौने यानी कि ड्वार्फ पपीते में पोस्टिक फल आते हैं।

Papaya care in Hindi

पपीता लगाने के लिए मिट्टी का तापमान

अपने घर या गार्डन में पपीता का बीज लगाने के लिए मिट्टी का तापमान 70-75 डिग्री फ़ारेनहाइट (21-23 डिग्री सेल्सियस) होना अनिवार्य होता है, इसके लिए आप पपीता के गमले या कंटेनर को गर्म जगह या धूप में रख सकते हैं।

पपीते का बीज कितने दिन में उगता है

पपीते का बीज मिट्टी के तापमान की सीमा के आधार पर बीज की बुआई से लगभग 2 हफ्ते में हल्का-हल्का निकलना शुरू हो जाता है।

Papaya care in Hindi

पपीते के बीज किस मिट्टी में लगाएं

पपीते के बीज को लगाने के लिए आप गार्डन की मिट्टी में 25 से 50% जैविक खाद मिलाकर पपीते के बीज को लगा दे या फिर तत्वों से भरपूर पॉटिंग मिक्स मिट्टी का इस्तेमाल करें।

ध्यान रखें कि मिट्टी में बढ़िया जल निकासी होनी चाहिए, इसका पौधा बलुई दोमट मिट्टी में काफी जल्दी विकसित होता है। पपीते का पेड़ लगाने के लिए आप के गमले या कंटेनर का पीएच वैल्यू 6 या 6.5 होना चाहिए।

अगर आप बीज से अधिक पौधा तैयार करना चाहते हैं या फिर पपीते के बीजों का अधिक संख्या में अंकुरण करना चाहते हैं तो आप स्टेराइल पॉटिंग सॉयल मिक्स का उपयोग कर सकते हैं।

इसके लिए आप एक भाग पॉटिंग मिक्स और एक भाग वर्मीक्यूलाइट का एक मिक्सर तैयार करके उसे माइक्रोवेव में में 93 डिग्री सेल्सियस पर एक घंटे के लिए बेक करें और 1 घंटे में अपनी खुद की मिट्टी तैयार कर ले।

गार्डेनिंग के लिए जरूरी चीजें
Hand Gloves https://amzn.to/3zlKN1O
Trowel (खुरपी) https://amzn.to/38dnE5x
Hand Pruner https://amzn.to/3kpeicF
Garden Scissors https://amzn.to/38kA0J6
Spray Bottle https://amzn.to/2UQ7hch

पपीता के पौधे के लिए धूप की जरूरत

पपीता के पौधे को अच्छी तरह से उगने के लिए पर्याप्त धूप की आवश्यकता होती है, पौधे को जितनी ज्यादा धूप मिलेगी पौधा उतना ही ज्यादा स्वस्थ होगा और उसमें अधिक मात्रा में फल लगने की संभावना हो जाएगी।

पपीता के पेड़ को हर दिन लगभग 6 से 8 घंटे की घूप की आवश्यकता होती है। इसलिए आप अपने घर में पपीता के गमले या कंटेनर को ऐसी जगह पर रखें जहां पर सूर्य की किरणें सीधे पड़ती है।

पपीते का पेड़ लगाने के लिए गमले की साइज

अगर आप अपने घर में पपीते का पौधा लगाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बड़े गमले या फिर बड़े कंटेनर की आवश्यकता पड़ेगी। क्योंकि यदि आपका गमला छोटा है तो फिर पेड़ के बढ़ने में रुकावट आएगी।

पपीते का बीच लगाते समय आप चाहें तो 8 से 9 इंच का गमला  इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन बाद में पपीते के पेड़ को बढ़ने के लिए कम से कम 18 से 24 इंच के गमले की जरुरत पड़ती है।

इससे पपीते का पौधे का विकास अच्छे से होता है और फल फूल भी अच्छी तरह आते हैं।

Papaya care in Hindi

पपीता के बीज को लगाने की प्रकिया

• पपीता का पेड़ लगाने के लिए सबसे पहले आपको किसी बीज भंडार से या फिर ऑनलाइन किसी वेबसाइट से पपीते का बीच खरीदे।

• पपीते के बीच को लगाने से पहले उसे अच्छी तरह धोकर उसके ऊपर लगी जिलेटिन की कोटिंग को साफ करें।

• अब पपीते के बीजों को बुआई करने से पहले सादे पानी में डालें। इसके बाद जो भी बीज पानी में तैर रहे हो उसे अलग कर दें और
पानी के अंदर भिगोए हुए बीजों को बुआई के लिए इस्तेमाल करें।

• अब इन भीगे हुए बीजों को दो-तीन दिन के लिए सूती कपड़े में बांधकर रख दें।

• दो-तीन दिन बाद जब बीच में अंकुरण दिखने लगे तो समझ जाइए आप का बीज बोने के लिए तैयार है।

• अब गमले या कंटेनर में बीज बोएं। मिट्टी से पौधा बनने के लिए 2 से 3 हफ्ते का समय लगेगा उसके बाद आप चाहे तो पौधे को
बड़े कंटेनर या गमले में डाल सकते हैं।

Papaya care in Hindi

पपीता के पेड़ के लिए फर्टिलाइजर

घर पर लगे हुए पपीता के पेड़ में अगर आप चाहते हैं जल्दी फल आए तो इसके लिए आपको इसे समय पर खाद देने की आवश्यकता पड़ेती है।

हफ्ते में दो बार पपीते के पेड़ में खाद डालने की जरूरत होती है यदि आप ड्वार्फ (बौना) पपीता लगा रहे हैं तब प्लाटिंग होल में लगभग 450 ग्राम ट्रिपल सुपरफॉस्फेट डालें। इसके साथ ही पपीते के पेड़ में आप डायरेक्ट नाइट्रोजन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

पपीते के पेड़ में पानी कैसे डालें

पपीते का पेड़ बढ़िया करे से विकसित हो इसके लिए पर्याप्त पानी डालने की जरूरत पड़ती है, पौधे को रोपने और अंकुरण की प्रकिया के शुरुआती कुछ महीनों में प्रतिदिन पानी डालने की जरूरत होती है और शुष्क मौसम में पेड़ पर ज्यादा पानी डालना पड़ता है दिन में दो से तीन बार।

लेकिन ध्यान रहे मिट्टी को बहुत ही ज्यादा गीला नहीं करना है बल्कि नम रखना है। जब मिट्टी की सदा 1 इंच तक सूख जाए तभी पपीते के पेड़ में पानी डालें।

Papaya care in Hindi

पपीते के पेड़ की देखभाल कैसे करें

• वैसे तो पपीते के पेड़ को हफ्ते में एक बार पानी की जरूरत पड़ती है लेकिन आपने पपीते का पेड़ गमले या कंटेनर में लगाया है तो
इसे रोजाना पानी देना पड़ेगा।

• पौधे के उगने के सीजन में इसमें खाद डालते रहे। पेड़ के शुरुआती समय में गोबर या जैविक खाद डालें। उसके बाद आप नाइट्रोजन
का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

• पपीते के पेड़ को छांटने या प्रूनिंग की जरूरत तो नहीं पड़ती है, लेकिन आपको लगे तो आप पेड़ की छटाई कर सकते हैं।

• पपीते के पेड़ को तेज हवा वाली जगह से दूरी पर रखें।

• अधिकतर पपीते के पेड़ में ब्लैक लीफ स्पॉट रोग की समस्या आती है इसके लिए आप नीम का तेल पौधों पर छिड़के।

गार्डेनिंग के लिए जरूरी चीजें
Watering Cane https://amzn.to/3gAeQeE
Cocopeat https://amzn.to/2Ww7MJb
Neem Oil https://amzn.to/3B9yUMI
Seaweed Fertilizer https://amzn.to/3gy48Fq
Epsom Salt https://amzn.to/3mwYWFT

पपीते के पेड़ पर लगने वाले कीड़े

वैसे तो पपीते के पेड़ में ज्यादा कीड़े नहीं लगते हैं, लेकिन स्पाइडर माइट्स, ब्लैक लीफ स्पॉट, व्हाइटफ्लाई, थ्रिप्स जैसे आदि कीड़े पेड़ को नुकसान पहुंचाते हैं इसके लिए आप नीम का तेल का छिड़काव कर सकते हैं हालांकि खाने वाले पपीता में कीटनाशक या किसी रासायनिक स्प्रे का छिड़काव ना करें।

पपीता का फल कब तोड़ सकेंगे

पपीते के पेड़ में फल लगभग 10 से 12 महीने में उगने लगते हैं, इसका फल धूप के प्रति ज्यादा ही संवेदनशील होता है इसलिए आप हाथों में दस्ताने पहनकर ही पपीता को तोड़े।

पपीते का फल तभी तोड़े जब वह पीला हो जाए हालांकि ड्वार्फ पपीते का फल 6 से 9 महीने के बीच में तोड़ने के लायक हो जाता है।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं ।पेड़ पौधो के बारे मे ऐसी ही कई रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden से जुड़े रहिए ।

Happy Gardening

Leave a Comment

x