आज हम मई माह मे लगाई जाने वाली सब्जियों के बारे मे जानेंगे । उनकी Seedling तैयार करने की विधि , मिट्टी कैसे तैयार करना है और अन्य बातों पर नज़र डालेंगे ।
उत्तर भारत में मई माह में तापमान लगभग 30 से 40 डिग्री C के बीच रहता है । तापमान अब तेज़ी से बढ्ने लगता है और अगर आपने मार्च –अप्रैल मे सब्जियाँ नहीं बोई है तो अब बो दीजिये क्यूंकी आगे तापमान बढ्ने के साथ नए पौधे को लगाने मे थोड़ा दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है ।
मई में लगाई जाने वाली सब्जियाँ
इस माह में इन सब्जियों के बीज की बुआई कर सकते हैं या Seedlings तैयार की जा सकती है । जिनसे गर्मी भर आप तरह तरह की सब्जियाँ घर पर ही पा सकते हैं और रसायन युक्त सब्जियों से अपने परिवार की रक्षा कर सकते हैं ।
1- करेला Bitter Gourd
उगाने का मौसम – उत्तर भारत – मई
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत – जून-जूलाई
अंकुरण तापमान (° C में) – 20-30
बुवाई विधि – प्रत्यक्ष यानि direct बीज से लगा सकते हैं जहां भी उगाना है ।
बुवाई की गहराई (इंच) – 1
बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 1 फीट, पंक्तियों के बीच – 4 फीट
परिपक्वता के दिन – 55-60 दिन
2- लौकी Bottle Gourd
उगाने का मौसम – उत्तर भारत – मई
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत – जून-जुलाई
अंकुरण तापमान (° C में) – 20-30
बुवाई विधि – प्रत्यक्ष बुवाई की गहराई (इंच) – 1-2
बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 1 फीट, पंक्तियों के बीच – 4 फीट
परिपक्वता के दिन – 55-60 दिन
3- सरसों Mustard
उगाने का मौसम – उत्तर भारत : अक्टूबर-नवंबर , मार्च-मई
अंकुरण तापमान (° C में) – 16-30
बुवाई विधि – प्रत्यक्ष बुवाई की गहराई (इंच) – 1-1.5
बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 8 इंच, पंक्तियों के बीच – 18 इंच
परिपक्वता के दिन – 45-50 दिन
अप्रैल में लगाई जाने वाली सब्जियों में से भी कुछ को आप मई में भी ट्राई कर सकते हैं ।
4- तुरई Ridge Gourd & Sponge Gourd
उगाने का मौसम – उत्तर भारत : मई
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत : जून –जुलाई
अंकुरण तापमान (° C में) – 20-25
बुवाई विधि – प्रत्यक्ष बुवाई की गहराई (इंच) – 1.0
बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 10 इंच
परिपक्वता के दिन – 60 दिन।
5- टिंडा Indian Squash
उगाने का मौसम – उत्तर भारत : मई
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत : जून –जुलाई
अंकुरण तापमान (° C में) – 20-30
बुवाई विधि – Direct
बुवाई की गहराई (इंच) – 1 इंच
बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 1 फीट, पंक्तियों के बीच – 4 फीट
परिपक्वता के दिन – 55-60 दिन
यह भी पढ़ें : सब्जियों के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें
6- पालक Spinach
उगाने का मौसम – उत्तर भारत – फरवरी-मई , जून –जुलाई
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत – जून-जुलाई
अंकुरण तापमान (° C में) – 10-22
बुवाई विधि – प्रत्यक्ष बुवाई की गहराई (इंच) – 0.5
बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 3 इंच, पंक्तियों के बीच – 9 इंच
परिपक्वता के दिन – 60 दिन।
7- चौलाई Red Amaranth
उगाने का मौसम –उत्तर भारत : मार्च –जून
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत : जनवरी-दिसंबर
अंकुरण तापमान (° C में) – 20-30
बुवाई विधि – Direct
बुवाई की गहराई (इंच) – 0.5 इंच
परिपक्वता के दिन – 50-60 दिन
8- कद्दू Pumpkin
उगाने का मौसम – उत्तर भारत : जनवरी-मार्च (late मई) , सितंबर-दिसंबर , मई – जून
उगाने का मौसम – दक्षिण भारत – दिसंबर-जनवरी , जून –जुलाई
अंकुरण तापमान (° C में) – 20-30
बुवाई विधि – Direct
बुवाई की गहराई (इंच) – 1 इंच बुवाई दूरी (इंच / फीट) – बीज के बीच – 1 फीट, पंक्तियों के बीच – 4 फीट
परिपक्वता के दिन – 55-60 दिन
इसके अलावा मिर्च , चिया सीड्स , तरबूज , प्याज़ , भिंडी भी लगा सकते हैं ।
Seedlings Soil कैसे तैयार करें
कुछ पौधे direct जमीन या गमले मे लगाए जा सकते हैं जैसे पालक , लोभिया ,भिंडी आदि किन्तु कुछ पौधों की पहले Seedlings तैयार करनी चाहिए फिर बड़े गमले मे Transplant करना चाहिए जैसे टमाटर , करेला आदि ।
Seedlings तैयार करने के लिए आप Seedling Tray नर्सरी से खरीद कर ला सकते हैं या फिर घर पर ही मौजूद Disposal Cup (Tea/Coffee) का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
जिस Mixture में Seeds लगाने हैं उसे इन तीन मटिरियल को मिलकर बनाना सही रहेगा –
कोकोपीट 50%
वर्मी कम्पोस्ट 30%
परलाइट 20%
कोकोपीट , वर्मी कम्पोस्ट/गोबर की खाद और परलाइट/नदी के रेत इन तीनों को अच्छे से मिलाकर Tray या Cups में डाल लीजिये फिर बीजों को थोड़ा अंदर डाल कर मिट्टी डालकर पानी छिड़क दीजिये । इसको छांव वाली जगह पर रख दें लगभग दो सप्ताह के लिए जब तक पत्तियाँ न दिखने लगे ।
3-4 पत्तियाँ आ जाने पर इन्हें आप बड़े गमले में Transplant कर सकते हैं ।
यहाँ दी गई जानकारी आपको कैसी लगी हमें कमेन्ट करके जरूर बताइये और किन किन सब्जियों को घर पर लगाया है उनके बारे में भी बताइये । नीचे दिये गए like बटन को जरूर दबाएँ ।पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden से जुड़ें रहें , धन्यवाद ।
Happy Gardening