पिछले कुछ सालों से किचन गार्डेन मे microgreen टर्म का यूज़ बहुत दिख रहा है । हमारे परिवार के स्वस्थ्य के लिए यह अच्छा है कि यह शब्द पॉपुलर हो रहा है । आपका किचन गार्डेन छोटा हो या बड़ा आप इसे आसानी से उगा सकते हैं और आसानी से उच्च गुणवत्ता के पोषक तत्व अपने परिवार के लिए उपलब्ध करा सकते हैं । microgreens in hindi
चूंकि microgreens को उगाना बेहद आसान है और इसे उगाने के लिए बहुत कम समान आपको बाज़ार से खरीद कर लाना होता है इसलिए धीरे धीरे भारत मे भी यह काफी पॉपुलर होता जा रहा है ।
माइक्रोग्रीन क्या है ? microgreens meaning in hindi
माइक्रोग्रीन किसी अनाज ,सब्जी या herb के बीज लगाने के कुछ दिन बाद निकलने वाले मुलायम टहनी और पत्तियाँ हैं जिन्हे खाने के लिए तोड़ लिया जाता है ।
इस स्टेज पर इन पत्तियों मे पोषक तत्व बहुत ज़्यादा मात्रा मे होते हैं । ज़्यादातर microgreens 2 से 4 इंच की लंबाई पर consume किए जाते हैं ।
यहाँ यह ध्यान देने वाली बात है कि mirogreen उगाना और sprouts को आप एक ही समझने की गलती न करें , दोनों कुछ बातों मे समान होने के बावजूद बिलकुल भिन्न हैं ।
इनके नाम के आगे micro शब्द लगा है लेकिन इनमे पोषक तत्व बहुत बड़ी मात्रा मे होते हैं । यह देखा गया है कि microgreens मे सामान्य हरी पत्तियों की तुलना मे 40 गुना ज्यादा पोषक तत्व पाया जाता है ।
Microgreens के प्रकार
दर्जनों ऐसे अनाज , सब्जियाँ या herbs हैं जिन्हे आप microgreens की तरह उगा सकते हैं और तरह तरह के स्वाद का मज़ा ले सकते हैं , कुछ खास और आसानी से मिलने वाले microgreens की लिस्ट यहा दी जा रही है –
1- Sunflower Microgreens
सन फ्लावर microgreens आसानी से उगाया जा सकता है और ये 10 से 15 दिन के अंदर तैयार भी हो जाता है । इसे आप किसी used छोटे बॉक्स आदि मे आसानी से उगा सकते हैं ।
सन फ्लावर microgreens की मिट्टी को नम रखें , इसे अच्छे प्रकाश की भी आवश्यकता रहती है और इसे खुले हवादार स्थान पर ही रखें ।
कैसे यूज़ करें : सलाद , सूप , सैंडविच के साथ साथ shakes मे भी मिला सकते हैं ।
फायदा :कैल्शियम और आयरन का अच्छा स्रोत
विटामिन A ,B , C , D & E काफी मात्रा मे मिलता है ।
आसानी से पच भी जाता है यह ।
2- Radish Microgreens
अगर आप पहली बार microgreens उगाने जा रहे हैं तो आप मूली के microgreens से शुरुआत करे तो अच्छा रहेगा ।
Radish microgreen उगाना बेहद आसान है और सबसे खास बात यह है कि इसे आप बीज लगाने के 10 दिन अंदर ही हार्वेस्ट भी कर सकते हैं ।
टिप : जब मूली के बीजों को बोएन तो बराबर और घनी मात्रा मे बोए। पानी देने के लिए जिस पॉट या ट्रे मे आपके इसे लगाया है उसे किसी बड़ी प्लेट मे रखकर प्लेट मे पानी भर दें ताकि पानी holes से होता हुआ हुआ अपने आप ऊपर चढ़ जाए ।
उपयोग : सलाद , सूप , सैंडविच के साथ साथ shakes मे भी मिला सकते हैं ।
फायदा : मूली के microgreens खनिज मैगनीज़ से भरे होते हैं , इसके साथ ही विटामिन B3 , B6 , विटामिन C के भी अच्छे सोर्स हैं ।
3- Broccoli Microgreens
Broccoli microgreens को भी आसानी से उगाया जा सकता है और 6 से 10 दिनों के भीतर harvest किया जा सकता है । इनके बीजों को shallow containers मे उगाया जा सकता है ।
इनको उगने के लिए हल्का और नम मिट्टी की जरूरत होती है, इनकी लंबाई 2 से 3 इंच होने पर इन्हे हार्वेस्ट किया जा सकता है । हार्वेस्ट कैंची से करें अन्यथा roots भी उखड़ सकती हैं ।
उपयोग : टेस्ट मे एक्सट्रा फ्लेवर लाने और crunchiness बढ़ाने के लिए सूप , सैंडविच आदि मे मिलाया जा सकता है , इसके अतिरिक्त सलाद आदि के साथ खाया जाता है ।
फायदे : अन्य microgreens की तरह विटामिन A और C इनमे भी प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है ; इसके साथ ही आयरन , कैल्शियम और फ़ाइबर भी होता है इसमें । broccoli microgreen मे 35% प्रोटीन होता है ।
4- Cabbage Microgreens
किसी 2-3 इंच गहरे कंटेनर मे इसे आसानी से उगाया जा सकता है । हल्की और moist पोट्टिंग मिक्स के ऊपर cabbage के बीजों को बराबर दूरी पर और अच्छी मात्रा मे फैला दें ।
बीज लगाने के बाद इसकी मिट्टी को moist रखने का प्रयास करें और ऐसी जगह रखें जहां थोड़ी गर्मी हो indoor न रखें । पत्तियाँ निकलने के बाद आप इसे हार्वेस्ट कर सकते हैं ।
प्रयोग : cabbage microgreens सूप , सलाद या सैंडविच की garnishing मे प्रयोग करके खाया जा सकता है ।
फायदा : इनमे उच्च मात्रा मे विटामिन C , विटामिन E और Beta Carotene पाया जाता है । इनमे बहुत ही उपयोगी antioxidants भी पाये जाते हैं ।
5- Spinach Microgreens
सबसे आसानी से उगाया जा सक्ने वाले microgreens मे से है पालक की microgreens और इसके बीज भी बहुत आसानी से मिल जाते हैं । अगर आपके पास 2-3 इंच के shallow container है तो बहुत अच्छा रहेगा ।
बीज बोने के 2-3 दिन तक आप इसे किसी बेहद छायादार जगह पर रखें, germination के बाद इसे आप किसी धूप वाली जगह पर रखें। इसमे नियमित रूप से इतना पानी देते रहें जिससे मिट्टी नम बना रहे पर ध्यान रहे कि मिट्टी soggy न होने पाये ।
प्रयोग : इनका बेस्ट यूज़ आप सलाद , सूप और सैंडविच पर एक्सट्रा फ्लेवर और crunch बढ़ाने के लिए कर सकते हैं । अपने सलाद सूप आदि को colorful बनाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है ।
फायदे : ये विटामिन A , विटामिन C , विटामिन K1, फोलिक एसिड , आयरन और कैल्शियम से भरपूर होते हैं ।
Microgreens एक पालक के पौधे की अपेक्षा कई गुना अधिक पोषक होते हैं ।
6- Beetroot Microgreens
अगर nutrients के साथ साथ अपने microgreen garden मे आपको खूबसूरती का भी touch देना है तो Beetroot के रंगीन माइक्रोग्रीन जरूर उगाएँ ।
खूबसूरत और बहुत प्यारे लगने वाले pink , red और green मे उगने से ये आपके गार्डेन को बहुत ही प्यारा लुक भी देते हैं ।
अन्य microgreens की तुलना मे यह थोड़ा ज्यादा समय लेते हैं उगने मे लेकिन इनकी खूबसूरती और पोषण को देखते हुये इतना इंतज़ार किया जा सकता है ।
उपयोग : beetroot microgreen एक बड़े बीटरूट की ही तरह मीठा और सोंधा सा फ्लेवर देता है जो आपके सूप , सलाद या सैंडविच आदि के टेस्ट को बढ़ा देता है ।
फायदे : इनमे प्रचुर मात्रा मे विटामिन A , B , C , E , K , आयरन , कैल्शियम और प्रोटीन पाया जाता है । इनमे पर्याप्त मात्रा मे मैग्निशियम , पोटेशियम और कॉपर पाया जाता है ।
7- Corn Microgreens
अगर आप बेहद कम समय मे corn की मिठास पाना चाहते हैं तो आपको Corn microgreen जरूर उगाना चाहिए ; इसे बेहद आसानी से उगाया जा सकता है ।
जब आप corn को बोएं तो उसे 8-10 घंटे पानी मे भिगोकर जरूर रखें तथा germination के बाद जब ये 4 इंच के हो जाए तब मिट्टी से ऊपर ½ इंच से काटे ।
उपयोग : इनकी नई पत्तियों का स्वाद वैसा ही मीठा होता है जैसे कि कॉर्न का होता है आप इसे अपने मन मुताबिक सलाद आदि मे यूज़ कर सकते हैं ।
फायदे : कॉर्न माइक्रोग्रीन आपके immune system को बूस्ट करता है ; हड्डियों को मजबूत करता है , आयरन की कमी को दूर करता है और hypertension को भी दूर करने मे सहायता करता है ।
इनमे विटामिन A, B , C और E , कैल्शियम , मैग्निशियम और साथ मे प्रचुर मात्रा मे antioxidants भी पाया जाता है ।
Microgreens आप खुद कैसे उगा सकते हैं ?
Microgreens आप अपने किचन गार्डेन मे खुद आसानी से उगा सकते हैं , इन तरीकों और steps को अपनाकर आप अपने microgreens उगाना शुरू कर सकते हैं –
1- चूंकि microgreens को उनके उगने के शुरुआती दिनों मे ही consume किया जाता है इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप non-treated बीजों का ही उपयोग करें जिससे आपको पूरी तरह से शुद्ध shoots मिलें।
2- आपको ऐसे containers चुनने हैं जिंका top चौड़ा हो यानि जिस पर ज्यादा से ज्यादा seeds बोये जा सके , इन्हें ज्यादा गहरा होने की जरूरत नहीं है , 3-4 इंच की गहराई बेस्ट होती है microgreens उगाने के लिए । फूड डेलीवरी वाला बॉक्स सही रहेगा शुरुआत करने के लिए बाद मे आप बड़े tray खरीद सकते हैं , containers कई होल जरूर बना लें ।
एक हल्का potting mix तैयार करें जिसमे आप 80% जैविक (cocopeat , वर्मी कंपोस्ट) तथा 20% perlite मिला सकते हैं , इसे कंप्रेस्स न करें ।
3- मिट्टी तैयार करके उस पर हल्का पानी का छिड़काव कर दें और 10-12 ऐसे ही छोड़ दें । इसके बाद अपने पसंद के microgreens seed मिट्टी के ऊपर बराबर दूरी पर और घने रूप से छिड़क दें।
4- बीजों को मिट्टी की एक पतली लेयर से ढक दें , box को किसी ढक्कन या कपड़े से ढक दें और 2-3 दिन के छोड़ दें , इससे germination मे मदद मिलेगी ।
5- microgreens के ग्रोथ को मॉनिटर करते रहें । पानी तभी दें जब आपको लगे कि मिट्टी सूख रही है ।
पानी देने का सही तरीका यह रहेगा कि आप इसे bottom से पानी दें न कि ऊपर से , इसके लिए आप box को किसी ट्रे पर रख दें और ट्रे को पानी से भर दें , मिट्टी अपने आप पानी सोख लेगी ।
बॉक्स या कंटेनर के साइड से भी पानी दे सकते हैं कि पानी पत्तियों पर न पड़े अन्यथा फंगस लाग्ने का खतरा बना रह सकता है ।
6- जब बीजों मे germination हो जाए तो कपड़ा हटा कर इसे आप sunlight मे रख सकते हैं , अभी भी आपको यह जरूर ध्यान रखना है कि पानी तभी दें जब मिट्टी छूने पर सूखी लगे ।
7- ज़्यादातर microgreens 7 से 10 दिन मे harvest के लिए तैयार हो जाते हैं , जब यह 2-3 इंच के हो जाएँ तब मिट्टी से ½ इंच ऊपर से इसे आप तेज़ चाकू या कैंची से काट लें । आपको यह ध्यान रखना है कि microgreens की जड़ें खाने मे कम नही लाई जाती हैं ।
इन्हें धुलकर अपने हिसाब से सूप , सलाद , सैंडविच या जैसे भी चाहे आप यूज़ कर सकते हैं ।
विशेष टिप
microgreens को फ्रेश ही खाया जाना चाहिए , इन्हे स्टोर तो किया जा सकता है पर harvest करने के बाद इंका फ्लेवर और पोषक तत्व कम होने लगते हैं । हार्वेस्ट करने के 2 दिन के अंदर इन्हें consume कर लेना चाहिए ।
यह बड़ों के साथ साथ बच्चों के लिए भी बहुत लाभदायक होता है इसलिए आज से ही आप इन्हे घर पर उगाना शुरू कर दीजिये और अपने परिवार को पोषण का एक्सट्रा बूस्ट दीजिये ।
आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं , ऐसे ही पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden.com से जुड़े रहें , धन्यवाद ।
Happy Gardening..
बहुत अच्छी जानकारी जिसमे पर्याप्त पोषण मिल सके
dhanywad rupesh ji..