Geranium Care in Hindi
जेरैनियम या क्रेनबाल 400 से भी ज्यादा species वाला पौधा है जो हल्की महक भी छोडता है ,सर्दी और गर्मी दोनों मौसम फूल देने की खूबी के कारण यह gardeners का एक फेवरिट पौधा है, इसके अलावा इसकी पत्तियाँ भी बहुत डिजाइनदार और आकर्षक होती हैं। Geranium Flower in Hindi
कॉमन नाम : Geranium / Crane ball
वानस्पतिक नाम : Pelagonium zonale
फैमिली : Geraniaceae
बीज लगाने का समय : Aug-Sep
ट्रांसप्लांट करने का समय : Sep-Oct
पौधों के बीच की दूरी : 30 cm
पौधे की ऊंचाई : 45-50 Cm
फूल खिलने का समय : Nov-Apr
फूलों के रंग : Pink, magenta,red,vermilion,white & peach
सूरज की रोशनी : Full/Partial
पानी : Medium
किस तरह लगाएँ : Beddings , Containers
जिरैनियम का परिचय
आपने crane नमक चिड़िया तो देखा होगा ही , इसी चिड़िया crane के नाम पर इस फूल को Geranium या Crane-ball रखा गया ।
यह नाम ग्रीक शब्द geronos से लिया गया है जिसका अर्थ crane पक्षी होता है , इस फूल की कुछ प्रजातियों मे फूल के बाद जो बीजों का seedpod बनता है वो देखने मे इसी पक्षी के आगे के हिस्से जैसा लगता है , इसी से इसका नाम crane-ball पड़ा ।
और सच मानिए इसी चिड़िया के नाम पर बड़ी बड़ी मशीन जिसे हम क्रेन कहते हैं उसका नाम भी पड़ा होगा। नीचे यह चित्र देखें यकीन आ जाएगा –
कहाँ लगाएँ
इसके फूल बंडल मे ढेर सारे खिलते है इसलिए यह Lawn मे एक पंक्ति मे लगाने के लिए बेस्ट है ।
बालकनी या ऐसी खिड़की जहां धूप भी आती हो वह लगाने उस जगह का आकर्षण कई गुना बढ़ जाएगा और आपका बार बार उसी कोने में जाकर बैठने का मन करेगा ।
इसके अलावा अपनी बाउंडरी के बाहर भी आप इसे लाइन से लगा सकते हैं और एक corner मे कई गमले में एक साथ भी लगा सकते हैं ।
इनको जितनी ज्यादा संख्या मे लगाएंगे उतना ही अच्छा और शानदार look ये आपके lawn या घर को देंगे ।
बीज कब लगाएँ
अगस्त से सितंबर महीने तक geranium के बीज लगा लेना चाहिए। वैसे आपके लिए अच्छा और आसान यही रहेगा कि इसकी पौध अक्टूबर महीने के आसपास नर्सरी से आए ।
30-40 दिन मे Seedlings तैयार होने के बाद इन्हें lawn या गमले जहां भी लगाना हो transplant किया जा सकता है ।
बीज लगाने के लगभग 3 महीने बाद से यह फूल देना शुरू करते हैं और मानसून के पहले तक इनमे फूल आते रहते हैं ।
साल के लगभग 6 महीने तक ये फूल दे सकते हैं , इतने लंबे समय तक बहुत कम ही वार्षिक पौधे फूल देते हैं ।
Blooming खतम होने के बाद भी इसको houseplant की तरह रखा जा सकता है , क्यूंकी इसकी पत्तियाँ बहुत खूबसूरत होती हैं ।
मिट्टी कैसी तैयार करें
जमीन में लगा रहे हैं तो जमीन को अच्छे से 1 फुट तक फावड़े से गुड़ाई कर लें , मतलब पूरी क्षेत्र जहां इसे लगाना है वो मिट्टी भुरपुरी और पोरस हो जाए ताकि जड़ों को फैलने का पूरा स्थान मिल जाए।
मिट्टी में अच्छी मात्र में गोबर की खाद भी मिला लें जिससे अच्छी संख्या में और अच्छी क्वालिटी के फूल आ सके ।
गमले मे लगाने के लिए गार्डेन की मिट्टी , कोकोपीट और गोबर की खाद को बराबर हिस्से मे मिलकर लगाएँ ।
अगर मिट्टी मे बालू का percentage कम है तो एक हिस्सा नदी कि रेत भी मिला लें ।आधा चम्मच फंगीसाइड मिला लेने से फंगस लाग्ने का खतरा खतम हो जाता है ।
एक पौधा लगाने के लिए 6-8 इंच का गमला बढ़िया रहेगा जिसमे तली मे 3-4 होल अवश्य कर लें ।
सन लाइट Sun Light
सूरज कि रोशनी कि मात्रा जितनी अजयदा होगी blooming उतनी ही ज्यादा अच्छी और आकर्षक होगी ।
कम से कम 4-6 घंटे की धूप अच्छे फूल आने के लिए जरूरी है ।
पानी Watering
सामान्य मात्रा में पानी की आवश्यकता रहती है ।
गमले की मिट्टी मे पानी देने के पहले देख लें की मिट्टी कुछ सूखी हो अगर उंगली मिट्टी मे धसाने पर मिट्टी नम या गीली लग रही तो पानी न दें , अगले दिन पानी दें फिर ।
इसके लिए गमले मे पानी का रुकना बहुत नुकसानदायक होता है , इसलिए गमले मे drainage holes होना बहुत जरूरी है ।
सर्दियों में जब तापमान बहुत कम हो जाता है तब इसकी टहनियों को पाले से बचाने के लिए शाम को मिट्टी पर पानी डाल देना चाहिए जैसा कि किसान अपनी फसल को पाले से बचाने के लिए करते हैं ।
खाद Fertilizers
मिट्टी मे 30-35 % तक खाद मिलना अच्छा रहता है foliage growth के लिए ।
कलियाँ आने के बाद सरसों की खली से बना तरल खाद इसके लिए बेस्ट है, वैसे घर का बना अन्य homemade liquid fertilizer भी 15-20 दिन के अंतर पर दिया जा सकता है ।
कीट / रोग Pest
इस पौधे मे कीट का प्रकोप या रोग लगने कि संभावना बहुत कम रहती है । फव्वारे से पानी का छिड़काव करने से कीट पौधे पर रुक नहीं पाते ।
मिली बग का प्रकोप न हो इसके लिए इसकी पत्तियों का निरीक्षण नियमित रूप से करते रहें ।
जरूरी टिप
सूख चुके फूलों को तुरंत कैंची (deadheading) से काट दें ताकि जरूरी पोषण अन्य नए कलियों को मिले और अच्छे और नए फूल निकल सकें ।
नर्सरी से पौधा खरीदते समय पत्तियों का निरीक्षण जरूर कर लें कि वो स्वस्थ हैं कि नही , पत्तियाँ चमकदार होनी चाहिए और पत्तियों के नीचे insect/कीट न हों ।
जब पौधा छोटा हो यानि लगभग 6 इंच का तब इनकी pinching करने से नई शाखाएँ आती है जिनसे आगे चलकर ज्यादा से ज्यादा फूल आते रहते हैं ।
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Happy Gardening