आप ने गोंद का लड्डू तो खाया होगा वो गोंद नहीं जिससे कागज चिपकाते हैं बल्कि वो गोंद जो पनसारी की दुकान से मिलता है । पर अपने कभी सोच है ये गोंद मिलता कहाँ से है और इसके क्या क्या फायदे हैं इसे gond katira के नाम से जाना जाता है ।
गोंद कतीरा जिसे अंग्रेज़ी में Tragacanth Gum कहा जाता है, भारतीय औषधीय पद्धतियों में प्राचीन समय से उपयोग किया जा रहा है।
यह प्राकृतिक गोंद एक महत्वपूर्ण औषधीय पदार्थ है जो मुख्य रूप से पौधों से प्राप्त होता है। gond katira में अनेक औषधीय गुण होते हैं जिनके बारे मे आज हम जानकारी प्राप्त करेंगे।
गोंद का परिचय gond katira
गोंद कतीरा एक प्राकृतिक गोंद है जो Astragalus जीनस के कई प्रजातियों, जैसे A. adscendens, A. gummifer, A. brachycalyx, और A. tragacantha के सूखे रस से प्राप्त होता है। ये प्रजातियाँ मुख्य रूप से Middle Eastern फलियों के पौधे हैं।
इन प्रजातियों में से कुछ को सामूहिक रूप से “goat’s thorn” और “locoweed” के सामान्य नामों से भी जाना जाता है। इस गोंद को कभी-कभी “शिराज़ गोंद,” “शिराज़,” “गोंद इलेक्ट्र” या “गोंद ड्रैगन” भी कहा जाता है।
इसका नाम ग्रीक शब्दों “tragos” (जिसका अर्थ है “बकरी”) और “akantha” (“कांटा”) से लिया गया है। ईरान इस गोंद का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
गोंद के प्रकार
गोंद कतीरा के विभिन्न प्रकार होते हैं जो उनकी उत्पत्ति, गुण, और गुणवत्ता के आधार पर विभाजित किए जाते हैं। यहां गोंद कतीरा के कुछ प्रमुख प्रकार दिए गए हैं:
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Astragalus gummifer
यह सबसे आम प्रकार का गोंद कतीरा है, जो मुख्य रूप से ईरान, तुर्की, और मध्य एशिया के अन्य भागों में पाया जाता है। इसका उपयोग औषधीय और खाद्य उद्योग में व्यापक रूप से किया जाता है।
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Astragalus adscendens
यह प्रकार भी ईरान और तुर्की के क्षेत्रों में पाया जाता है और इसका उपयोग शीतल पेय और औषधीय उपचारों में किया जाता है। इसका गोंद अन्य प्रकारों की तुलना में हल्का और सफेद रंग का होता है।
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Astragalus brachycalyx
यह गोंद कतीरा मुख्य रूप से ईरान और आसपास के क्षेत्रों में पाया जाता है। इसका गोंद अधिक गाढ़ा और मजबूत होता है, और इसका उपयोग औषधीय उद्देश्यों के साथ-साथ औद्योगिक उत्पादों में भी किया जाता है।
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Astragalus tragacantha
यह गोंद कतीरा मध्य पूर्व के कई हिस्सों में पाया जाता है। इसका उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में किया जाता है और यह अन्य प्रकारों की तुलना में अधिक दुर्लभ है।
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Shiraz Gum (शिराज़ गोंद)
यह एक विशेष प्रकार का गोंद कतीरा है जो ईरान के शिराज़ क्षेत्र से आता है। इसे उच्च गुणवत्ता वाला माना जाता है और इसका उपयोग प्रीमियम खाद्य और कॉस्मेटिक उत्पादों में किया जाता है।
गोंद कतीरा के औषधीय गुण
गोंद कतीरा में कई महत्वपूर्ण औषधीय गुण होते हैं। यह एक उत्कृष्ट एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटीमाइक्रोबियल एजेंट है। इसके निम्न चिकित्सीय फायदे हैं –
हृदय स्वास्थ्य
गोंद कतीरा का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
इसमें पाए जाने वाले तत्व blood pressure को नियंत्रित करते हैं और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से हृदय रोगों का जोखिम कम होता है।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद
गोंद कतीरा आंतों की सेहत को सुधारते हैं। यह कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करने में सहायक है। इसके अलावा यह आंतों की सूजन को भी कम करता है।
शीतलता प्रदान करने वाला
गोंद कतीरा का उपयोग गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह शरीर के तापमान को संतुलित करता है और गर्मियों में होने वाली समस्याओं जैसे नकसीर और लू से बचाव करता है।
त्वचा के लिए लाभकारी
गोंद कतीरा का उपयोग त्वचा की देखभाल के लिए भी किया जाता है। यह त्वचा को नमी प्रदान करता है और सूजन, खुजली,और अन्य त्वचा संबंधित समस्याओं को कम करता है।
इसके अलावा यह उम्र बढ़ने के संकेतों को भी धीमा करता है जिससे त्वचा स्वस्थ और युवा बनी रहती है।
वजन घटाने में सहायक
गोंद कतीरा के सेवन से भूख को नियंत्रित किया जा सकता है जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
यह पाचन को धीमा करता है जिससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ लगता है और अधिक भोजन करने की इच्छा कम होती है।
गोंद कतीरा के अन्य उपयोग
गोंद कतीरा का उपयोग केवल औषधीय उद्देश्यों के लिए ही नहीं बल्कि विभिन्न औद्योगिक और खाद्य उत्पादों में भी किया जाता है।
खाद्य उद्योग में उपयोग
गोंद कतीरा का उपयोग खाद्य पदार्थों में गाढ़ापन और स्थिरता प्रदान करने के लिए किया जाता है। यह आइसक्रीम, जैली और सॉस जैसे उत्पादों में उपयोग किया जाता है।
कॉस्मेटिक उद्योग में
गोंद कतीरा का उपयोग कॉस्मेटिक उत्पादों जैसे क्रीम, लोशन और शैंपू में किया जाता है। यह उत्पादों को गाढ़ा और स्थिर बनाने के साथ-साथ त्वचा और बालों को नमी प्रदान करता है।
फार्मास्यूटिकल उद्योग में
गोंद कतीरा का उपयोग औषधियों में बाइंडिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। यह गोलियों और कैप्सूल्स में उपयोग होता है जो औषधियों को सुरक्षित और प्रभावी बनाता है।
गोंद कतीरा का सेवन कैसे करें?
गोंद कतीरा का सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। इसे पानी में भिगोकर जेल बनाया जाता है जिसे आप शरबत, दूध या दही में मिला सकते हैं।
गोंद का शरबत
एक गिलास ठंडे पानी में एक चम्मच गोंद कतीरा मिलाएं। इसे कुछ घंटे के लिए भिगोने के बाद इसमें शक्कर या शहद मिलाएं। आप इसमें नींबू का रस भी डाल सकते हैं। यह शरबत गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करता है और ऊर्जा बढ़ाता है।
दूध में मिलाएं
आप गोंद कतीरा को रात भर पानी में भिगोकर सुबह दूध में मिला सकते हैं। यह पेय शरीर को ठंडक प्रदान करता है और पाचन में सुधार करता है।
गोंद कतीरा के साइड इफेक्ट्स
हालांकि गोंद कतीरा प्राकृतिक और सुरक्षित है लेकिन इसका अधिक सेवन कुछ साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकता है-
- अधिक सेवन से पेट में भारीपन या गैस की समस्या हो सकती है।
- गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
- जिन्हें पौधों से एलर्जी हो, उन्हें इसका सेवन सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
गोंद कतीरा की खरीद और भंडारण
गोंद कतीरा बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है। आप इसे किराना दुकानों, आयुर्वेदिक दुकानों या ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
घर लाने के बाद इसे ठंडी और सूखी जगह पर रखें। गोंद कतीरा को नमी से बचाकर रखना चाहिए क्योंकि यह नमी में गल सकता है और इसकी गुणवत्ता कम हो सकती है।
इसे एयरटाइट कंटेनर में रखना बेहतर होता है ताकि यह लंबे समय तक ताजा रहे।
गोंद से बनने वाले व्यंजन
गोंद कतीरा का उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है, विशेष रूप से गर्मियों के दौरान इसकी शीतलता प्रदान करने वाली गुणों के कारण। यहाँ कुछ लोकप्रिय व्यंजन दिए गए हैं जो गोंद कतीरा से बनाए जाते हैं:
1. गोंद कतीरा शरबत
गोंद कतीरा शरबत एक पारंपरिक और बेहद लोकप्रिय पेय है जो गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करने के लिए बनाया जाता है। इसे बनाने का तरीका सरल है:
- सामग्री: गोंद कतीरा (भीगा हुआ), शक्कर/शहद, नींबू का रस, गुलाब जल, पानी।
- विधि: गोंद कतीरा को रातभर पानी में भिगो दें। फिर इसे ठंडे पानी में मिलाएं और शक्कर या शहद डालें। इसमें गुलाब जल और नींबू का रस मिलाएं और ठंडा-ठंडा परोसें।
2. गोंद कतीरा का हलवा
गोंद कतीरा से हलवा बनाना भी एक स्वादिष्ट विकल्प है जो विशेष रूप से सर्दियों के दौरान सेवन किया जाता है।
- सामग्री: गोंद कतीरा, सूजी/गेहूं का आटा, घी, शक्कर, सूखे मेवे।
- विधि: घी में गोंद कतीरा को तलकर अलग रखें। फिर सूजी या गेहूं के आटे को घी में भूनें और उसमें शक्कर डालें। जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तो उसमें तला हुआ गोंद कतीरा और सूखे मेवे डालें। गर्मागर्म परोसें।
3. गोंद कतीरा और दूध का पेय
यह पेय विशेष रूप से पौष्टिक होता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
- सामग्री: गोंद कतीरा, दूध, शक्कर/शहद, बादाम, केसर।
- विधि: गोंद कतीरा को भिगोकर दूध में मिलाएं। इसमें शक्कर या शहद डालें और ऊपर से कटे हुए बादाम और केसर डालें। ठंडा या गर्म परोसें।
4. गोंद कतीरा का लड्डू gond ke laddu
गोंद कतीरा का लड्डू सर्दियों में शरीर को गर्मी प्रदान करने के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है।
- सामग्री: गोंद कतीरा, बेसन, घी, शक्कर, सूखे मेवे, इलायची।
- विधि: घी में गोंद कतीरा को तलें और बेसन को भी घी में भूनें। शक्कर की चाशनी बनाकर उसमें भुना हुआ बेसन, तला हुआ गोंद कतीरा, और सूखे मेवे डालें। मिश्रण ठंडा होने पर लड्डू बना लें।
5. गोंद कतीरा की कुल्फी
गोंद कतीरा की कुल्फी एक अनोखा और स्वादिष्ट विकल्प है, जिसे विशेष रूप से गर्मियों में पसंद किया जाता है।
- सामग्री: गोंद कतीरा, दूध, क्रीम, शक्कर, इलायची पाउडर, बादाम/पिस्ता।
- विधि: गोंद कतीरा को दूध में मिलाकर उबालें। इसमें क्रीम, शक्कर, और इलायची पाउडर डालें। जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तो इसे कुल्फी के साँचे में डालकर फ्रिज में जमने दें। ठंडा-ठंडा परोसें।
6. गोंद कतीरा का सलाद
गोंद कतीरा को सलाद में मिलाकर भी खाया जा सकता है। यह सलाद को पौष्टिक बनाता है।
- सामग्री: भीगा हुआ गोंद कतीरा, कटी हुई सब्जियां (खीरा, टमाटर, प्याज), नींबू का रस, नमक, काली मिर्च।
- विधि: सभी सामग्री को मिलाएं और ऊपर से नींबू का रस, नमक, और काली मिर्च छिड़कें। ताजगी भरा सलाद तैयार है।
7. गोंद कतीरा की स्मूदी
गोंद कतीरा को विभिन्न फलों और दही के साथ मिलाकर स्मूदी बनाई जा सकती है।
- सामग्री: गोंद कतीरा, दही, शक्कर/शहद, फल (जैसे केला, स्ट्रॉबेरी), बर्फ।
- विधि: सभी सामग्री को ब्लेंडर में डालकर अच्छी तरह ब्लेंड करें। ठंडा-ठंडा परोसें।
ये व्यंजन गोंद कतीरा के शीतलता और पौष्टिकता से भरपूर होते हैं, और इन्हें घर पर आसानी से बनाया जा सकता है।
गोंद के प्रमुख उत्पादक देश
गोंद कतीरा मुख्य रूप से मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया के कुछ देशों में उत्पादित होता है। ये देश गोंद कतीरा के प्रमुख उत्पादक और निर्यातक हैं। यहां गोंद कतीरा के प्रमुख उत्पादक देशों की सूची दी गई है:
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ईरान
ईरान गोंद कतीरा का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक देश है। इस देश के विभिन्न क्षेत्रों में Astragalus जीनस के पौधे प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ईरान का शिराज़ क्षेत्र गोंद कतीरा के उत्पादन के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।
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तुर्की
तुर्की गोंद कतीरा के महत्वपूर्ण उत्पादक देशों में से एक है। यहां के पहाड़ी क्षेत्रों में Astragalus पौधों की खेती होती है, और इनसे उच्च गुणवत्ता वाला गोंद कतीरा प्राप्त होता है।
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अफ़ग़ानिस्तान
अफ़ग़ानिस्तान में भी गोंद कतीरा का उत्पादन होता है, खासकर देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में। यह गोंद पारंपरिक और औषधीय उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है।
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भारत
भारत में भी गोंद कतीरा का उत्पादन सीमित मात्रा में होता है। यह मुख्य रूप से हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। भारत में गोंद कतीरा का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा और पारंपरिक पेय पदार्थों में होता है।
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इराक
इराक में भी Astragalus पौधों की खेती होती है, और यहां से गोंद कतीरा का उत्पादन होता है। इराकी गोंद कतीरा का उपयोग स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में किया जाता है।
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सीरिया
सीरिया में भी गोंद कतीरा का उत्पादन किया जाता है, हालांकि यहां की उत्पादन क्षमता अन्य देशों की तुलना में कम है। इसका उपयोग मुख्य रूप से औषधीय और खाद्य उद्देश्यों के लिए होता है।
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पाकिस्तान
पाकिस्तान में गोंद कतीरा का उत्पादन मुख्य रूप से बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्रों में होता है। यह गोंद स्थानीय बाजारों में विशेष रूप से लोकप्रिय है।
ये देश गोंद कतीरा के उत्पादन और निर्यात में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। गोंद कतीरा की गुणवत्ता और मात्रा विभिन्न देशों की जलवायु, भूगोल, और कृषि प्रथाओं पर निर्भर करती है।
नोट :हालांकि गोंद कतीरा का सेवन सुरक्षित है, लेकिन इसका उचित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से सेवन करना महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करें कि आप शुद्ध गोंद कतीरा का उपयोग कर रहे हैं और इसे सही तरीके से भंडारित कर रहे हैं।