आँवला का पेड़ अपने बगिया मे जरूर लगाएँ | Amla in Hindi

आंवला का वृक्ष एक ऐसा वृक्ष है जिसके विभिन्न लाभ पाए जाते हैं। आंवला न केवल आपके बालों और स्कीन के लिए लाभदायक है बल्कि इस फ़ल के लाभ विभिन्न प्रकार के बीमारियों को ठिक करने में भी पाए जाते है।

आंवला के फ़ल में काफ़ी मात्रा में मिनरल, न्यूट्रिएन्ट्स और विटामिन पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक सिद्ध हो सकता है। लोग आंवला का इस्तेमाल बहुत प्रकार से करते हैं जैसे कि आंवला पाउडर, आंवला का जूस और आंवला आचार इत्यादि। तो आइए दोस्तों, आज के इस पोस्ट में हम आपको आंवला के वृक्ष से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है।

आंवला का वृक्ष  Indian gooseberry

आयुर्वेद में आंवला को धात्रीफ़ल या अमृतफ़ल के नाम से लोग जानते है। भारत में आंवला का वृक्ष सभी प्रसिद्ध और पुराने वृक्षों में से एक माना जाता है। यही वजह है कि पहले के जमाने से ही लोग आंवला का इस्तेमाल औषधि के रूप में करते हैं।

क्या आपने भी घरेलू उपाय में आंवला का प्रयोग किया है क्योंकि भारत में सबसे अधिक आंवला का उपयोग घरेलू उपाय में ही किया जाता है। यही नहीं भारत में आंवले के वृक्ष को प्रभु विष्णु का आंसू करते हैं और यही वजह है कि आज भी लोग आंवले के वृक्ष का पूजा करते है। तो, आइए जानते हैं आंवला का वृक्ष किन किन बीमारियों में कार्य करता है।

आंवला का पेड़

आंवला का वानस्पतिक नाम क्या है

आंवला के वृक्ष का वानस्पतिक नाम Phyllanthus emblica है।

आंवला का वृक्ष के लाभ

  • मोतियाबिन्द जैसी समस्या में आंवला का लाभ

मुख्य रूप से आंवला का लाभ मोतियाबिन्द जैसी समस्या को दूर करने में पाए जाते हैं। अक्सर लोगों की आयु बढ़ने के साथ ही साथ मोतियाबिन्द जैसी गंभीर समस्या होने लगता है। यदि आप भी मोतियाबिन्द जैसी समस्या से अपना बचाव करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको मधु, रसांजन और धी मिलाना होगा।  इस मिश्रण को यदि आप अपने आंखों में डालेन्गे तो आपके मोतियाबिन्द या पीलेपन जैसी समस्या में इससे लाभ प्राप्त होता है।

amla ka ped
खूबसूरत आंवला का फल
  • गले की खरास में इस्तेमाल करें आंवला

मौसम चेंज होने की वजह से आम तौर पर हमे गले में खराश की समस्या होती है। आज जैसे मौसम बदलने की वजह से अधिकतर लोगों को गले में खराश की समस्या हो रही है। यदि आपको भी यह समस्या है, तो आपको आंवला, अजमोदा, यवक्षार, चित्रक और हल्दी को बराबर मात्रा में मिश्रण कर ले। उसके बाद एक या दो ग्राम मिश्रण को दो स्पून मधु तथा एक स्पून घी के साथ सेवन करें। ऐसा करने से आपके गले की ख़राश की समस्या दूर हो जाएगी।

  • एसिडिटी में आंवला का लाभ

आज के समय में हर किसी को एसिडिटी की समस्या हो रही है। बच्चे हो या बुढ़े हर कोई इस समस्या को झेल रहे हैं। यदि आप भी इस समस्या से राहत पाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको आंवले के 10 ग्राम बीज को सोने से पहले पानी में डाल दे। सुबह होते ही आपको गाय के दूध के साथ इसे अच्छे से पीसना होता है। अब आपको इसे 250 मिली गाय के दूध के साथ पीना होगा। आपकी एसिडिटी की समस्या जल्द ही दूर हो जाएगा।

  • नाक से खून निकलने में इस्तेमाल करे आंवला

बहुत सारे ऐसे  कारण है जिससे लोगों के नाक से खून निकलने की समस्या होती है। यदि आपके भी नाक से खून निकलते हैं, तो आपको जल्द ही आंवला का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि इससे आपको काफ़ी लाभ प्राप्त हो सकता है। आपको आम, जामुन और आंवला को काँजी इत्यादि के साथ मेहीन पीसना होता है। अब आपको इस मिश्रण को माथे पर लेप करना होगा इससे आपको नाक से खून निकलने की समस्या में काफ़ी लाभ प्राप्त होता है।

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आंवला से बना स्वादिष्ट अचार
  • IBS बीमारी में आपको आंवला दिलाएगा राहत

आइबीएस जैसी बीमारियों में बार बार दस्त जैसी समस्या होती है। इसका मुख्य कारण यह है कि बार बार खाने पीने में चेन्जेज होना। आपको इस समस्या से राहत पाना है तो उसके लिए आपको मेथी दाना के साथ आंवले वृक्ष की पत्तियों को मिश्रण करके इसका काढ़ा बना लेना होगा। अब आपको दिन में दो बार सूबह या शाम इस मिश्रण के 10 से 20 मिली सेवन करने से आईबीएस बीमारी में काफ़ी फ़ायदा होता है।

  • बालों की परेशानियों में आंवले के लाभ

1 . आज कल किसी वजह से लोगों के बाल जल्दी ही सफ़ेद होने लगते हैं। हर कोई इस समस्या से परेशान है और यदि आपके भी बाल सफ़ेद हो रहे हैं, तो इस समस्या को दूर करने के लिए आपको आंवले के मिश्रण का इस्तेमाल अपने बालों पर करना चाहिए और इसके लेप से आपके बाल जल्द ही काले हो जाएंगे।

2 . यदि आपको भी अपना बाल लंबा, घना और मजबूत बनाना है, तो उसके लिए आपको आंवला का इस्तेमाल करना होता है। सबसे पहले आप रीठा, शिकाकाई को मिश्रण करके इसका काढ़ा निर्माण कर ले। फ़िर इस काढ़ा को अपने बालों में अच्छे से लगा ले। जब ये पूरी तरह से सूख जाए तो साफ़ जल से बालों को धो ले, इससे आपके बाल को काफ़ी लाभ प्राप्त होगा।

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आंवला से लदी हुई एक टहनी
  • बुखार में आंवला का इस्तेमाल करें

यदि आपको बुखार की समस्या होती है, तो आपको आंवला, फ़ालसा, हरड, मोथा, बहेडा, इद्रजौ तथा कुटकी का काढ़ा निर्माण करना होगा। फ़िर इस काढ़ा के 10 से 30 मिली मात्रा में सेवन करें ! इस काढ़ा से आपका बुखार जल्द ही ठिक हो जाएगा और आप बिल्कुल स्वस्थ रहेंगे।

  • कुष्ठ जैसे बीमारी में आंवला का लाभ

यदि आपको कुष्ठ जैसी समस्या होती है तो उससे राहत पाने के लिए आपको नीम की पत्तियां और आंवला को बराबर मात्रा में अच्छे से कुटकर इसका मिश्रण बना ले। फ़िर इस 2 से 10 ग्राम चूर्ण को प्रति दिन शहद के साथ सेवन करें। ऐसा करने से दस्त जैसी गंभीर रोग में आपको लाभ प्राप्त होगा।

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आंवला से बना स्वादिष्ट मुरब्बा

आंवला के किन किन हिस्सों का इस्तेमाल किया जाता है

मुख्य रूप से आंवला के वृक्ष के निचे दिए गए सभी भागो का इस्तेमाल औषधि बनाने के लिए किया जाता है :-

  • आंवला का बीज
  • आंवला के पत्ते
  • आंवला वृक्ष के सूखे या ताजे फ़ल दोनों का इस्तेमाल किया जाता है
  • आंवला का पुष्प
  • आंवला का छाल

आंवला का नुकसान क्या है 

  • आपको आंवला का भोग पानी के साथ ही करना चाहिए, नहीं तो कब्ज जैसी समस्या हो सकती है।
  • आंवला का भोग करने के बाद आपको अधिक से अधिक मात्रा में पानी पीना होता है, क्योंकि इसका अधिक भोग करने से चेहरे की नमी कम हो सकती हैं।
  • यदि आप भी आंवला का का इस्तेमाल किसी बीमारी में करना चाहते हैं, तो उससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं , ऐसे ही पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden.com से जुड़े रहें , धन्यवाद ।

Happy Gardening..

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