गार्डेन के लिए उपयुक्त मिट्टी कैसे तैयार करें आसान तरीके जाने | garden soil preparation

अगर आप नया Vegetable Garden या किसी भी तरह का गार्डेन तैयार करने जा रहे हैं या पहले से ही सब्जियाँ उगा रहे हैं तो आपके मन में अक्सर यह विचार आता ही होगा कि गार्डेन के लिए उपयुक्त मिट्टी कैसी रखनी चाहिए ।

कभी कभी खराब मिट्टी के कारण आपकी पूरी मेहनत खराब हो जाती है या फिर मनचाहा परिणाम नहीं मिलता ।

अभी हमारे देश मे Kitchen Garden का उतना Culture नहीं है जितना यूरोपियन या अमरीकी देशों मे है , वैसे इसका एक बड़ा कारण यह है कि उन देशों मे घर के साथ घर के पीछे बहुत बड़ा Yard भी होता है जबकि हमारे यहाँ Space की बहुत बड़ी समस्या है ।

इसी कारण हमें Kitchen Gardening या Gardening संबंधी कई बातों का ज्ञान नहीं हो पता है , इसलिए जरूरी है कि शुरुआत General बातों से करें जो सभी पौधों पर लागू कर सके तथा धीरे धीरे जानकारी बढ्ने के साथ Specific जानकारी इकठ्ठा करें ।

मिट्टी तैयार करने की विधि

मिट्टी तैयार करने की विधि garden soil in hindi

वैसे तो हर सब्जी की जरूरत अलग होती है चाहे वह मिट्टी की बात हो या धूप , पानी या फिर खाद आदि की हो । इसके बावजूद ऐसे बहुत से सब्जी या फल होते हैं जिन को एक ही तरह की देखभाल या मिट्टी आदि की जरूरत होती है , यहाँ पर हम एक General Soil Preparation की चर्चा करेंगे ।

“ सामान्य तौर पर सब्जियों के लिए उपयोग में लायी जाने वाली मिट्टी Well Draining (जिसमें पानी न रुके) और Loose यानि भुरभुरी होनी चाहिए ताकि जड़ों तक पानी और ऑक्सीज़न आसानी से पहुंचता रहे ।“

इसको बहुत ज्यादा Heavy (यानि Clay चिकनी मिट्टी वाली न हो) तथा बहुत ज्यादा Sandy बलुई भी न हो ।

मिट्टी कैसे चेक करे How to check soil

गार्डेन के लिए उपयुक्त मिट्टी के पहले Garden की मिट्टी चाहे वो आपके Garden की है चाहे वो मिट्टी जिसे आप गमलों में डालकर Use करना चाहते हैं , उसकी बनावट कैसी है ये चेक करने की आसान विधि है ।

अगर आप अपने गार्डेन में फूल या सब्जियाँ उगाना चाहते हैं तो सबसे पहले गार्डेन को फावड़े की सहायता से 8 से 10 इंच तक खोद लें इसमें यदि घास , खर – पतवार हो तो उसे हाथ से निकाल दें ।

अब एक हाथ में मुट्ठी भर मिट्टी उठाए और उसे निचोड़े Squeeze करें , अब ऐसा करने पर 2 बाते हो सकती हैं –

यदि Clayish मिट्टी है

इस प्रकार मुट्ठी में मिट्टी को Squeeze करने पर मिट्टी का एक Hard बॉल बन जाता है जो हाथ से दबाने पर बिखर (Crumble) नहीं जाता तो Garden की मिट्टी में Clay ,जिसे बर्तन बनाए जाते हैं, का अंश ज्यादा है जो की पौधों की Growth के लिए अच्छा नही है । 

मिट्टी तैयार करने की विधि
चिकनी मिट्टी या Clay से बर्तन बनाए जाते हैं

                       गार्डेनिंग के लिए जरूरी चीजें

Hand Gloves

https://amzn.to/3zlKN1O

Trowel (खुरपी)

https://amzn.to/38dnE5x

Hand Pruner

https://amzn.to/3kpeicF

Garden Scissors

https://amzn.to/38kA0J6

Spray Bottle

https://amzn.to/2UQ7hch

यदि Sandy मिट्टी है

यदि मुट्ठी को Squeeze करने पर मिट्टी का बॉल नहीं बनता है इसका मतलब Garden की मिट्टी बहुत बलुई Sandy है , बहुत ज्यादा बलुई Sandy Soil भी पौधों की Growth के लिए अच्छा नहीं होता है ।

मिट्टी तैयार करने की विधि
बलुई मिट्टी बहुत ज्यादा भुरभुरी हो जाती है

आदर्श मिट्टी Ideal Soil for garden

“यदि मिट्टी को Squeeze करने पर मिट्टी का बॉल बन जाता है और उसे दबाने पर वह टूट जाता है तो ऐसी मिट्टी पौधों के लिए सही मानी जाती है इसका प्रयोग करना Best रहेगा ।“  

सब्जियों के लिए उचित pH वैल्यू

सब्जियों को उगाने के लिए मिट्टी की pH वैल्यू का बहुत महत्व होता है , pH वैल्यू के अंतर के कारण ही पौधों पर फूल फिर फल बनने कि प्रक्रिया कम या ज्यादा होती है जिसको हम समझ नही पाते। हर चीज सही करने के बावजूद भी हम यही सोचते हैं कि हमे सफलता क्यू नहीं मिल प रही ।

pH वैल्यू के बारे में विस्तार से पढ़ें 

सामान्य तौर पर Vegetable Garden की मिट्टी का pH वैल्यू 6 से 7 के बीच होनी चाहिए । अगर आप एक Seriously लंबे समय तक फूल , सब्जियाँ आदि उगाना चाहते है तो pH Meter खरीद सकते हैं जो 500-600 रुपये तक मिल जाएगा ।

pH वैल्यू को जरूरत के अनुसार कम या ज्यादा किया जा सकता है ।

मिट्टी में सुधार कैसे करे How to Amend Soil

गार्डेन के लिए उपयुक्त मिट्टी बनाने की प्रक्रिया के तहत मिट्टी में किसी भी प्रकार की कमी को कुछ आसान विधियों से सुधार किया जा सकता है ।

मिट्टी में चिकनाई कम करने के लिए

मिट्टी में Clay का अंश ज्यादा होने से मिट्टी के कण आपस में चिपके रहते हैं और उनमें पानी रुक जाता है और साथ ही यह Roots के बढ्ने से रोकता है । ऑक्सीज़न की कमी से भी Roots की Growth नहीं हो पाती है ।

Gypsum का प्रयोग करके चिकनी मिट्टी को पोषण के साथ ही साथ Loose भी किया जा सकता है । Gypsum का रसायनिक नाम कैल्शियम सल्फेट डिहाइड्रेट है यह कैल्शियम सल्फेट और पानी का Combination है – CaSO4॰2H2O

100 वर्ग फूट (10×10) जगह के लिए 1.5 किलोग्राम Gypsum का प्रयोग करें । इसको मिट्टी के ऊपर छिड़क दें और बेलचे या किसी औज़ार से अच्छे से मिट्टी में मिला दें ।

बलुई मिट्टी को सुधारने के लिए

मिट्टी पूरी तरह से बलुई होने पर Roots सही से पकड़ नहीं बना पाएगी तथा पौधा बड़ा व भरी होने पर संतुलन नहीं बना पाएगा । इस समस्या से निपटने के लिए किसी तरह के कम्पोस्ट का प्रयोग किया जा सकता है ।

यह भी पढ़ें : किचन वेस्ट से कम्पोस्ट बनाने की आसान विधि

आसपास मिलने वाले गोबर की सड़ी हुई खाद या बाज़ार से वर्मी कम्पोस्ट की 2 से 3 इंच की परत पूरे गार्डेन पर फैला दें और बेलचे या किसी औज़ार से अच्छे से मिला दें ।

कम्पोस्ट मिट्टी में Nutrients की मात्रा को बढ़ता है तथा साथ ही साथमिट्टी के pH को भी कम करता है ।  

pH वैल्यू बढ़ाना के लिए

अगर आपको अपनी मिट्टी का pH वैल्यू पता है और वह 6 से कम है तो आपको उसे बढ़ाना होगा क्यूंकी सब्जियों के लिए आदर्श pH वैल्यू 6 से 7 के बीच रहना चाहिए ।

चूना से आप मिट्टी की अम्लता Acidity को कम कर सकते हैं , Acidity को कम करने से pH बढ़ जाता है । इसके लिए 100 वर्ग फुट एरिया में 1 किलोग्राम चूना फैला कर मिला सकते हैं ।

गमलों के लिए मिट्टी तैयार करते समय सावधानी

गमलों में सब्जियाँ उगाने के लिए Potting Mix का सही होना बहुत जरूरी है , गमले की मिट्टी ऐसी होने चाहिए जिसमें सही पोषण हो साथ ही साथ अच्छी Drainage , Aeration और Moist भी रहे ।

मिट्टी तैयार करने की विधि

इसके लिए आप गार्डेन या किसी खेत की मिट्टी , कोकोपीट , नदी की रेत और खाद को इस अनुपात में मिला सकते हैं –

गार्डेन की मिट्टी     50 %

कोकोपीट          10 %

नदी के रेत        10 %

गोबर की सड़ी हुई खाद   30 %

बोनमील और नीम की खली भी प्रत्येक गमले के हिसाब से 1 -1 मुट्ठी मिला सकते हैं ।

इस मिश्रम में 5-10 % ऊपर नीचे होने से कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा , कभी कभी कुछ मित्र Percentage को बहुत Seriously ले लेते हैं । अगर आपकी मिट्टी पहले से ही बलुई है तो बालू न मिलाये ।

गार्डेन Soil और कोकोपीट कुल मिलकर 60 % तक रखें , आपस में इन्हें थोड़ा कम ज्यादा कर सकते हैं जैसे मिट्टी 40 % रखते हैं तो कोकोपीट 20 % तक मिला सकते हैं ।

गोबर की खाद इसलिए मिलाने को कहा गया है ताकि मिश्रम की लागत कम की जा सके । बाकी गोबर की खाद और वर्मी कम्पोस्ट दोनों में से कोई भी मिला सकते हैं या दोनों का combination भी मिला सकते हैं ।

तेज धूप मे मिट्टी का Sterilization

गर्मियों के मौसम यानि मई जून में बारिश से पहले जब तेज़ धूप पड़ती है तब आप अपनी गमलों में डाली जाने वाली मिट्टी को छत पर फैलाकर तेज़ धूप दिखा सकते हैं ।

हो सकता है यह आसान न लगे आपको लेकिन अगर आगे use होने वाले potting mix को आप ऐसे खुली धूप में फैला दें तो मिट्टी Sterilze हो जाती है और उसमें माजूद फंगस और अन्य नुकसान देने वाले जीवाणु समाप्त हो जाते हैं वो भी फ्री में ।

विशेष नोट

चाहे आप जमीन में सब्जियां उगाने जा रहे हैं या फिर Containers में । गार्डेन के लिए उपयुक्त मिट्टी की तैयारी आपको पौधे लगाने के 3 सप्ताह पूर्व ही कर लेनी है ताकि मिट्टी और सारे तत्व आपस में अच्छे से Adjust कर लें ।

उम्मीद है सब्जियों के लिए उपयुक्त मिट्टी से संबन्धित आपको एक अच्छी जानकारी मिली होगी और आप इस बार खुद से ही अपने घर पर ढेर सारी सब्जियाँ उगा पाएंगे ।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं , ऐसे ही पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden.com से जुड़े रहें , धन्यवाद ।

Happy Gardening..

Leave a Comment

x