तुलसी से जुड़ी इन 10 बातों को जरूर जान लें | Basil leaf in Hindi

तुलसी का पौधा हम बचपन से अपने घर के आँगन में देखते आ रहे हैं , हमारे देश में तुलसी को बहुत पवित्र माना गया है । पवित्र तुलसी से जुड़ी बातों और देखभाल के तरीकों को जानने के लिए यह लेख है जिससे आपको काफी सहायता मिल सकती है । Basil leaf in Hindi

tulsi paudha
घर के आँगन में तुलसी का पौधा धन और सौभाग्य लाता है

तुलसी का परिचय Basil leaf in Hindi

तुलसी का अर्थ है matchless यानि जिसकी तुलना न की जा सके , इसके अलावा तुलसी को विष्णु जी की पत्नी माना जाता है और विष्णु जी के साथ विवाह को कार्तिक मास में प्रबोधिनी एकादशी या तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है ।

इसके अलावा वेदो पुरानो और कथाओं में तुलसी को कई नामों और कई किरदारों में दिखाया गया है । तुलसी का एक अन्य प्रचलित नाम ‘वृन्दा’ भी है जिसके नाम पर ‘वृन्दावन’ नगर का नाम पड़ा है ।

इसके अलावा विदेशी cuisine मे कई रेसिपी में basil leaf का काफी प्रयोग होता है इसी कारण पूरे विश्व में तुलसी की खेती भी की जाती है ।

तुलसी के फायदे

तुलसी का चिकित्सा में हजारों सालों से प्रयोग किया जाता रहा है । आयुर्वेद मे इसके कई फायदे बताए गए हैं ।

सर्दी खांसी में कारगर , दस्त होने पर , सांस की दुर्गन्द , चोट का उपचार ,त्वचा पर उपयोग ,यौन रोगों व कैंसर आदि में भी तुलसी के बहुत ही असरदार इलाज बताए गए हैं ।

तुलसी को पानी में मिलाकर चाय बनाकर पीने से शरीर की immunity बढ़ती है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है ; पर तुलसी को दूध के साथ प्रयोग नहीं करना चाहिए ।

घर मे हरियाली रखने के लिए तुलसी जरूर लगाएँ

तुलसी के प्रकार

तुलसी कई प्रकार की बताई गई है जिनमें मुख्य रूप से यह दो किस्में घरों में लगाई जाती है –

1- रामा तुलसी

रामा तुलसी जोकि एकदम कंचन हरी दिखाई देती है का इस्तेमाल मसालेदार और कड़वी, गर्म, सौम्य, पाचन, पसीना और बच्चों की सर्दी-खांसी की बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है.

2- श्यामा तुलसी

यह थोड़ा काले या डार्क रंग की होती है । श्यामा तुलसी मसालेदार और कड़वी, मुलायम, चिकनी, पचने में हल्की, शोषक और वात-पित्त में लाभदायक होती है।

तुलसी का पौधा कब लगाएँ

तुलसी एक बहुवर्षीय पौधा है यानि ये कई साल तक बना रहता है । इसको लगाने का भी कोई फिक्स सीजन नहीं है फिर भी मानसून या जाड़े के बाद लगाएँ तो ज्यादा अच्छा रहता है ।

तुलसी को कैसे उगाएँ

तुलसी को बीज या फिर नया पौधा लाकर लगाया जा सकता है ।

बीज से

पुराने पौधे में फूल या मंजरी सूखने के बाद उसे इकठ्ठा कर के रख लें । सर्दियाँ खतम होने के बाद या फिर मानसून में इन्हें एक साफ सुथरे और अच्छे potting soil (40%गार्डेन मिट्टी +25%खाद+25%कोकोपीट+10%नदी की रेत) में बीज फैला दें ।

फूल पक जाने के बाद बीज बनाते हैं जिनसे नए पौधे बनाए जा सकते हैं

ऊपर से आधा एक इंच मिट्टी और डालकर पानी छिड़क दें । पानी किसी स्प्रे से करें तो अच्छा रहेगा ताकि मिट्टी पर ज़ोर न पड़े और बीज इधर उधर न हो जाएँ ।

15-20 दिन बाद आपको 3-4 इंच तक के पौधे दिखने लगेंगे जिन्हें आप अलग करके नए पौधे लगा सकते हैं ।

पौध से

आपको अगर किसी मित्र से या नर्सरी से पौध ले आयें तो उसे डाइरैक्ट आप गमले में लगा सकते हैं ।

तुलसी के लिए मिट्टी या सिरेमिक पॉट में लगाएँ तो अच्छा रहेगा जिसमें drainage के लिए अच्छा hole हो , अगर hole नहीं है तो आप पहले hole बना लें । गमला बड़े साइज़ का ही लें बहुत छोटे गमले न लें तुलसी के लिए ।

hole को करीब एक डेढ़ इंच तक कंकड़ gravel आदि से कवर कर लें यह तुलसी की जड़ों को सदने से बचाने के लिए बहुत जरूरी है ।

नीचे बताए गए अनुपात से अच्छी मिट्टी तैयार कर लें जिसमें बहुत अच्छा drainage हो । और नया पौधा उसमें ट्रांसप्लांट करके अच्छे से पानी देके छायादार जगह पर कुछ दिन के लिए रख दें ।

तुलसी के लिए मिट्टी कैसी तैयार करें

तुलसी के लिए हमें ऐसी मिट्टी चाहिए जिसमें पानी ज्यादा देर न रुक सके इसके लिए मिट्टी भुरभुरी होनी चाहिए –

गार्डेन soil   40 %

कम्पोस्ट     30 %

नदी की रेत   30 %

वर्मी कम्पोस्ट और गोबर की खाद दोनों में से जो उपलब्ध हो उसका प्रयोग किया जा सकता है , ध्यान रहे जब गोबर की खाद प्रयोग करें तो वह कम से कम 2 साल की सड़ी हुई होनी चाहिए जो काले रंग की बिलकुल भुरभुरी हो जाती है ।

किसी भी तरह के Potting Mix में 2-3 मुट्ठी लकड़ी की राख़ या काली मिर्च पाउडर मिला देने से कीड़े या फंगस नहीं लगते हैं ।

इसके साथ ही अगर आप Potting Mix को 2-3 दिन बहुत तेज़ धूप में रख दिया जाए तो भी वह Sanitize हो जाता है , आप सुविधानुसार कोई भी प्रक्रिया अपना सकते हैं ।

तुलसी का पौधा कहाँ से लें

तुलसी का पौधा सबसे आसानी से मिल जाने वाला पौधा है, किसी भी मित्र या आसपड़ोस से मिल जाता है ।

मंदिरों में इसके छोटे पौधे आपको आसानी से मिल जाएंगे और कोई मना भी नहीं करेगा तुलसी ले जाने के लिए । आसपास की नर्सरी से 20 से 50 रूपये तक मे मिल जाएगा यह पौधा ।

आप इसके बीज लाकर पौध खुद ही तैयार कर सकते हैं , इसके बावजूद भी आपको तुलसी नहीं मिल पा रही तो online tulsi plant खरीद सकते हैं ।

तुलसी की देखभाल कैसे करें

धूप Sunlight

तुलसी पत्तियों की अच्छी growth के लिए Full Sunlight बहुत आवश्यक है । अगर Full Sunlight नहीं मिल प रहा है तो 3 से 4 घंटे की Sunlight जरूर मिलना चाहिए ।

पानी Water

ज्यादा पानी डालने की वजह से तुलसी को बहुत नुकसान होता है , हम लोग पूजा करने के बाद तुलसी पर पानी डालते हैं जोकि सही तरीका नहीं है ।

तुलसी को सप्ताह में जितना पानी चाहिए उतना हम एक दिन में ही डाल देते हैं अगर मिट्टी का drainage बहुत ही अच्छा होगा तब तो पानी वो बाहर निकाल देगा नहीं तो पानी रुक जाएगा और जड़ों को नुकसान करेगा ।

मिट्टी की ऊपरी सतह चेक करते रहे जब भी सतह सूखी लगे तब पानी देते रहिए । रोज पानी देने की आवश्यकता नहीं है , जितनी जरूरत हो उतना ही पानी दीजिये ।

खाद Fertilizers

वर्ष में 2 बार ऊपरी सतह की गुड़ाई कर उसमें 4-5 मुट्ठी वरमी कम्पोस्ट डाल कर अच्छे से मिला दें । इसके अलावा बीच बीच में liquid fertilizer डाल सकते हैं ।

सर्दियों में कोई भी खाद आदि न डालें ।

सर्दियों में तुलसी को कैसे बचाएं

सर्दियों में तुलसी पौधे के खराब होने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है , ज़्यादातर लोगों को यह शिकायत रहती है जाड़े में उनकी तुलसी सूख कर खतम हो जाती हैं ।

तुलसी के लिए यह dormancy का होता है जिसमें इसमें नई growth रुक जाती है और पुरानी पत्तियाँ गिरने लगती हैं ।

ज्यादा ठंड से बचाने के लिए तुलसी को खुले स्थान की जगह covered जगह पर ले आयें जैसे बरामदा या फिर कमरे मे भी रख सकते हैं ।

जमीन में लगा रखा है तो इसे रात में किसी पोलिथीन या सूती कपड़े से कवर कर सकते हैं ताकि रात की सर्द हवाओं और कोहरे की मार से बच सके ।

तुलसी को सर्दियों में बहुत कम पानी चाहिए , सप्ताह में एक बार मिट्टी चेक कर लें अगर मिट्टी सूखी लगे तो उसमें पानी डाल दें ।

तुलसी के फूलों या मंजरियों को तोड़ना गलत है क्या

तुलसी के पौधे को पवित्र मानने के कारण कई लोग इसकी पत्तियों , टहनियों या फिर किसी भी हिस्से को तोड़ना अच्छा नहीं मानते , उन्हें लगता है कि ऐसा करने से वे पाप के भागी होंगे ।

आप में से कई लोगों को शायद यह पता नही होगा कि कृष्ण जी को तुलसी दल यानि कि तुलसी की ताज़ी पत्तियाँ काफी पसंद हैं और आप मथुरा , वृन्दावन या किसी भी कृष्ण मंदिर में ढेर सारी तुलसी देख सकते हैं ।

यहाँ पर आपको प्रकृति और धर्म का मेल और आपस में चक्र को समझना होगा । तुलसी दल आप कृष्ण जी को जब अर्पण करेंगे तब आपको तुलसी की ताज़ी पत्तियाँ टोडनी होंगे जो उसकी टहनियों के आगे के tip पर निकलती हैं ।

जब आप इन नई पत्तियों को तोड़ेंगे तो वहाँ से फूल या पुष्प मंजरी नहीं निकला पाएँगी जिससे पौधे की उम्र बढ़ती जाएगी क्यूंकी फूल आने से तुलसी का पोषण फूलों को चला जाता है और पौधा कमजोर होता रहता है ।

इसलिए अगर आप तुलसी को कई सालों तक अपने बगिया मे बना कर रखना चाहते हैं तो उसके फूलों को काटते रहें , चाहे तो हाथ से तोड़ लें या किसी cutter से काट लें ।

आपको तुलसी के बारे में यह जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों आदि को जरूर शेयर करें ताकि सभी की तुलसी सालों तक हरी भरी बनी रहें । हमे यह भी बताएं कि आपके घर में रामा तुलसी है या फिर श्यामा तुलसी ।

Happy Gardening

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