आज के अपने इस लेख में हम आपको नवंबर के महीने में खिलने वाले फूलों के नाम की जानकारी देने देने जा रहे हैं, यहां हम आपको उन पौधों की सूची बताने जा रहे हैं जो कि नवंबर के महीने में अच्छी फ्लावरिंग करते हैं।
यदि आप अपने घर के गार्डन को हरा भरा बनाना चाहते हैं और हल्की ठंड के मौसम में अच्छे खूबसूरत फूल लगाना चाहते हैं, और आप नहीं जानते हैं कि नवंबर के महीने में कौन से पौधे अच्छी फ्लावरिंग करते हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें क्योंकि यहां आपको पता चलेगा की हल्की ठंड में कौन से फूल खिलते हैं।
नवंबर के महीने में खिलने वाले फूलों के नाम
Aster (एस्टर)
एस्टर एक गेंदे के ही प्रजाति का फूल है, स्कूल का वास्तविक नाम Asteraceae है। यह एक बारहमासी फूल है, इसके फूल आकार में छोटे होते हैं और आमतौर पर लाल गुलाबी बैंगनी नीला पीला रंग का फूल इसमें खिलता है। इसके पौधों की पत्तियों का रंग हल्का हरा होता है और आकार में आगे से नोकीली और पतली लंबी होती हैं।
Floss (फ्लॉस)
फ्लॉस के फूल का साइंटिफिक नाम Ageratum houstonianum है, इसके फूल के रंग गुलाबी नीले सफेद और लाल होते हैं इस पौधे को आप बीच से ही लगा सकते हैं। इसके फूलों का आकार छोटा छोटा होता है और इसमें फूल गुच्छों में आते हैं। इसके पौधे को अच्छी तरह से विकसित होने के लिए उपजाऊ मिट्टी चाहिए होती है।
Paper flower (पेपर फ्लावर)
पेपर फ्लावर को आप सिर्फ बीज से ही लगा सकते हैं, आमतौर पर इसके फूल सफेद गुलाबी और लाल रंग के होते हैं। इन फूलों को हल्की उपजाऊ मिट्टी चाहिए होती है और रोजाना दिन के दो बार पानी चाहिए होता है।
Godetia (गोडेटीया)
गोडेटीया के फूल खासतौर से नवंबर के महीने में ही अच्छी तरह फ्लावरिंग करते हैं इन का साइंटिफिक नाम Clarkia amoena है। इसके फूलों के रंग लाल गुलाबी और सफेद होते हैं। इसे आप बीजों से ही लगा सकते हैं। गोडेटीया के फूल दिखने में कॉपी जैसे होते हैं लेकिन इसके फूल गुच्छों में आते हैं इनको उपजाऊ मिट्टी में ही लगाएं और दो बार पानी दें, साथ ही धूप में ही रखें।
Snapdragon (प्रतिनसा)
भारत में इसे प्रतिनसा का फूल कहा जाता है, आमतौर पर इसके फूल पीले रंग के होते हैं और बहुत ही नाजुक होते हैं। यदि आप इसके पौधे को नवंबर के महीने में बीज से लगाते हैं तो इसमें अप्रैल के महीने तक फूल आते हैं लेकिन देखरेख करने की जरूरत पड़ती है।
Cinneria (सिनेरिया)
सिनेरिया के फूल देखने में बहुत ही अलग होते हैं क्योंकि इसका रंग ही इन्हें दूसरे फूलों से अलग बनाता है। इसके फूल ठंडी के सीजन में ही खिलते हैं इसलिए इसे नवंबर के महीने में लगाना चाहिए।
Calendula (कैलेंडुला)
कैलेंडुला का पौधा गेंदे के पौधे की तरह होता है और यह गेंदे के प्रजाति का ही है। इसमें भी आपको लाल पीले रंग के फूल खिलते हुए नजर आते हैं। इसके पौधे में हर फूल के बगल में दो फूल खिले होते हैं। इस पौधे को विकसित होने के लिए उपजाऊ मिट्टी और रोजाना पानी की जरूरत होती है।
Adenium (अडेनियम)
अडेनियम को रेगिस्तान गुलाब के नाम से जाना जाता है। इसमें फ्लावरिंग ठंड में होती है इसीलिए इसे अक्टूबर के महीने में लगाया जाता है इसमें आपको गुलाबी लाल सफेद रंग के फूल मिलते हैं। इसे आप चाहे तो कटिंग से भी लगा सकते हैं। इसके पौधे की देखरेख करना बहुत ही आसान है और इसके फूल बेहद खूबसूरत लगते हैं।
Allysum (एलाइसम)
एलाइसम ब्रैसिसेकी (Brassicaceae) परिवार का फूल वाला पौधा है, और इसे कारपेट फूल के नाम से भी जाना जाता है। इस पौधे में सबसे ज्यादा फ्लावरिंग नवंबर के महीने से लेकर अप्रैल के महीने तक होती है। इसके पौधों में सफेद बैगनी पीले गुलाबी रंग के फूल खिलते हैं।
Din ka Raja (दिन का राजा)
दिन का राजा के फूल को डे-ब्लूमिंग जैस्मिन, डे-ब्लूमिंग जेस्माइन, डे-ब्लूमिंग सेस्ट्रम के नाम से जाना जाता है। यह फूल वेस्टइंडीज का मूल निवासी है, इसका फूल चमेली के फूलों की तरह झाड़ीदार पौधों में लगता है। इस पौधे को दिन का राजा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें खिले हुए फूल सुबह बहुत ही ज्यादा सुगंधित होते हैं इस पौधे में खिले हुए फूल के रंग सफेद होते हैं और आकार में बहुत ही छोटे होते हैं।
Bougainville (बौगैनवेलिया)
बोगनवेलिया के फूल कांटेदार लताओं पर खेलते हैं, इसके पौधे वसंत के महीने में फ्लावरिंग करते हैं। यह पौधा बेल प्रजाति के अनुसार कई रंगों में फूल देता है, इसमें सफेद लाल गुलाबी और पीले रंग के फूल आते हैं। पतझड़ के मौसम में यह पौधा अपनी पत्तियों को झाड़ देता है, इस पौधे को बहुत ही आसानी से आप अपने गार्डन में लगा सकते हैं और ज्यादा देखभाल करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है।
Plumeria (प्लूमेरिया)
प्लूमेरिया के फूल को क्षीर चंपा के नाम से जाना जाता है, यह फूल मैगनोलिएसी (Magnoliaceae) परिवार से सम्बंधित है। यह एक बारहमासी फूल है, इसके फूल में 5 पंखुड़ियां होती है और यह सफेद रंग का खिलता है। इसके फूल को अलग-अलग औषधियां बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है और इसे गुलचीन फूल भी कहा जाता है।
Passion flower (कृषण कमल)
कृष्ण कमल का साइंटिफिक नाम पैसिफ्लोरा एसपीपी (Passiflora spp) है, इस फूल को जुनून के फूल के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बारहमासी लता और बेल के तौर पर खिलता है। इसके पौधे में बैगनी और हल्के लाल रंग के फूल खिलते हैं। इसके फूल को औषधियां बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
Pancy (पैंसी)
पैंसी के फूल बेहद खूबसूरत लगते हैं यदि इसे आप अक्टूबर के महीने में नहीं लगाएंगे तो पूरे साल नहीं लगा पाएंगे क्योंकि यह पौधे बीच समय पर नहीं लगते हैं। इस पौधे को कंपोस्ट वाली बढ़िया मिट्टी में लगाना चाहिए ताकि इसमें अच्छी तरह से फ्लावरिंग हो फूल का आकार छोटा होता है लेकिन इसमें डबल शेडेड रंग में फूल खिलते हैं जो देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं।
Kalanchoe (कलांचोए)
कलांचोए का पौधा बीज और कटिंग दोनों तरीकों से लगाया जाता है लेकिन आप इसे बीज से लगाना चाहते हैं तो सितंबर के महीने में लगा ले और अगर आप इसे कटिंग से लगाना चाहते हैं तो अक्टूबर तक का इंतजार करें। इसके फूलों का आकार छोटा होता है और इसके फूल गुच्छों में खेलते हैं। इसमें कई रंग के फूल खिलते हैं जैसे कि लाल, पीले, नारंगी, गुलाबी, सफेद आदि।
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