गार्डेन मे कैसे यूज़ करें परलाइट , जानें परलाइट के बारे सभी बातें | Perlite for plants in hindi

जैसे जैसे आपकी रुचि गार्डेनिंग में बढ़ती जा रही है वैसे वैसे आप नए नए तथ्यों और नए नए गार्डेनिंग मटेरियल के बारे में जान रहे होंगे । आजकल आप परलाइट के बारे मे काफी सुनते होंगे पर वास्तव मे यह क्या है संभवतः न जानते हों । perlite kya hai

आज हम परलाइट क्या है और इसके उपयोग का सही तरीका यहाँ जानेंगे । Perlite for plants in hindi

परलाइट का उपयोग बागवानी मे मिट्टी को हल्का बनाने के लिए किया जा सकता है , इसमे पानी रोकने की अच्छी क्षमता होती है तथा यह बहुत हल्का भी रहता है इसलिए गार्डेनिंग मे इसका उपयोग बढ़ता जा रहा है ।

परलाइट क्या है Perlite in hindi

परलाइट ज्वालामुखी से निकला एक पदार्थ है जो रासायनिक रूप से एक प्रकार का glass होता है जिसमें पानी की उच्च प्रतिशतता रहती है ।

ज्वालामुखी से निकलने वाले लावा जब बिना crystal growth के तेज़ी थे ठंडा होता है तब Obsidian नाम का एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला volcanic glass प्राप्त होता है ।

इस प्रक्रिया मे ग्लास का आयतन तो बढ़ जाता है पर उसका वजन उतना ही रहता है जिस कारण ज्यादा स्थान घेरने के बावजूद वह काफी हल्का रहता है , इसी ग्लास को परलाइट कहते हैं ।  इस प्रकार Obsidian के हाइड्रेशन से जो पदार्थ बनता है उसे ही Perlite कहा जाता है ।

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Perlite with Cocopeat

परलाइट के अवयव

1 सिलिकोन डाई ऑक्साइड SiO2 70-75 %
2 एल्यूमिनियम ऑक्साइड Al2O3 12-15 %
3 सोडियम ऑक्साइड Na2O 3-4 %
4 पोटेशियम ऑक्साइड K2O 3-5 %
5 आयरन ऑक्साइड Fe2O3 0.5-2.0 %
6 मैग्निशियम ऑक्साइड MgO 0.2-0.7 %
7 कैल्शियम ऑक्साइड CaO 0.5-1.5 %

परलाइट के गुण

ज्वालामुखी से निकलने के बाद जब इसका तापमान 900 डिग्री C के आसपास पहुंचता है तो वह soft होना शुरू हो जाता है । उसमे फंसा हुआ पानी वाष्पित हो जाता है और इस कारण से पदार्थ का आयतन 10-15 गुना तक फैल जाता है ।

इसके बाद सफ़ेद रंग का परलाइट का घनत्व 30-150 किलो /घनमीटर हो जाता है जोकि पहले 1100 किलो /घनमीटर तक रहता है यानि पहले से अब यह 10 से 15 गुना हल्का हो जाता है ।

परलाइट का pH लगभग न्यूट्रल होता है जो 6.6 से 7.5 के बीच है।

परलाइट अत्यधिक तापमान के उतार-चढ़ाव से पौधे की जड़ों को बचाने में मदद करता है। इसका उपयोग नए बीजों पर एक सुरक्षात्मक कोटिंग के रूप में भी किया जाता है।

यह हल्का, गंधहीन, साफ और प्रयोग करने में बेहद आसान है। पौधों के लिए अपनी मिट्टी में परलाइट  मिलाएँ , उन पौधों मे जरूर मिलाएँ जिन्हें पानी कुछ दिन गैप करके दिया जाता हो यानि तब पानी दिया जाता हो जब उनकी मिट्टी सूख जाती हो जैसे कि कैक्टस या succulents आदि ।

परलाइट का स्रोत और उत्पादन

परलाइट को खदानों से निकाला जाता जैसे कोयला, सोना, पेट्रोलियम आदि निकाला जाता है और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की तरह यह भी सीमित मात्रा मे पाया जाता है ।

विश्व मे लगभग 700 मिलियन टन परलाइट का भंडार है , जिनमे सबसे बड़े भंडार आर्मेनिया , ग्रीस , टर्की , अमेरिका और हंगरी के पास हैं ।

वैसे सबसे ज्यादा उत्पादन चीन , टर्की, ग्रीस , अमेरिका , आर्मेनिया और हंगरी द्वारा किया जाता है ।

परलाइट के उपयोग

परलाइट का बड़े पैमाने पर उपयोग भवन निर्माण मे , बीयर उद्योग मे , भट्टियों मे , सिरेमिक उद्योग मे किया जाता है ।

स्विमिंग पूल आदि को फिल्टर करने के लिए भी परलाइट का बड़े पैमाने पर use किया जाता है ।

बायोटेक्नोलोजी इंडस्ट्री और कोस्मेटिक बनाने मे भी परलाइट का उपयोग होता है।

गार्डेनिंग मे उपयोग

अमेरिका मे लगभग 14% परलाइट का उपयोग horticulture मे किया जाता है । परलाइट का उपयोग आप इन तरीकों से कर सकते हैं –

पोट्टिंग मिक्स : पौध या seedlings तैयार करने के लिए मिक्स बनाना हो या फिर गमले के लिए अपना potting mix तैयार करना हो यह उसमे मिलाया जा सकता है ।

परलाईट कहाँ से खरीदे

अब नर्सरियों पर भी परलाईट आसानी से मिल जाता है , अपने आसपास की नर्सरी पर आप चेक कर सकते हैं ।

कोरोना काल मे अगर घर से बाहर नहीं जाना चाहते हैं तो सबसे आसान तरीका online perlite ऑर्डर कर सकते हैं ।

पहली बार इस्तेमाल कर रहें है तो ऑनलाइन मंगा लेना ही सही और आसान रहेगा ।

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बीज लगाने के लिए उत्तम

गार्डेनिंग में परलाइट के फायदे

अपनी विशेष खूबियों के कारण अमेरिका मे लगभग 14% परलाइट का उपयोग horticulture मे किया जाता है ।

पौध या seedlings तैयार करने के लिए मिक्स बनाना हो या फिर गमले के लिए अपना potting mix तैयार करना हो यह उसमे मिलाया जा सकता है । परलाइट के फायदे इस प्रकार हैं –

Drainage सही रखता है

परलाईट में पानी रोक कर रकने की क्षमता काफी अधिक होती है , पानी की अतिरिक्त मात्रा को पौधे में रोके बिना आवश्यक नमीं को अपने में बना के रख लेता है जिससे एक दो दिन पानी न मिलने की स्थिति में भी पौधे को कोई परेशानी नहीं होती ।

परलाइट मे खुद भी 5-6% पानी पाया जाता है जो पौधों के लिए बहुत लाभकारी होता है ।

जड़ों के लिए Air Space बनाता है  

मिट्टी या अन्य soil mix के विपरीत परलाईट अपनी विशेष bubble जैसी संरचना होने के कारण यह समय के साथ compact नहीं होता है और इनके बीच space हमेशा बना रहता है जिसके कारण इनमें काफी लंबे समय तक उच्च कोटि की aeration बनी रहती है ।

अच्छी spacing व aeration की वजह से पौधों की जड़ों की अच्छी growth हो पाती है ।

अच्छी Drainage और Aeration के कारण पौधों की जड़ों को फैलने मे सहायता करता है जिससे पौधा मजबूत बनता है।

रोगों से बचाव

यह साफ , sterile होने के साथ साथ बिना गंध का होने के कारण किसी प्रकार के फंगस , चींटी आदि के पौधे में लगने का खतरा न के बराबर रहता है ।

इसके साथ यह non-toxic भी होता है ।

मिट्टी को हल्का बनाता है

यह सामान्य मिट्टी से लगभग 10-15 गुना हल्का रहता है इसलिए इसको मिट्टी मे मिलाकर आप पोट्टिंग मिक्स को हल्का कर सकते हैं ।

मिट्टी , कोकोपीट , खाद के साथ 10-15 % तक परलाइट मिलाया जा सकता है ।

Seedlings तैयार करने वाली मिट्टी और succulents आदि के मिट्टी मे इसको जरूर मिलाना चाहिए ।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं , और नीचे दिये गए like बटन को जरूर दबाएँ , ऐसे ही पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden।com से जुड़े रहें , धन्यवाद ।

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