Adenium का पौधा कैसे लगाएं और उसकी देखभाल कैसे करें | adenium plant care in hindi

Adenium अफ्रीका और अरब के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के मूल निवासी एपोकिनेसी परिवार में फूलों के पौधे का एक प्रजाति है। dry और रेलीती जगहों पर मूल रूप से उगने के कारण इसे Desert Rose भी कहा जाता है । आइए आगे जानते हैं ‘अडेनियम के पौधे ‘ को आप अपने घर पर कैसे उगा सकते हैं। adenium plant care in hindi

वे आमतौर पर डेजर्ट रोज़ के रूप में जाने जाते हैं और अपनी अनूठी उपस्थिति और आकर्षक, लंबे समय तक चलने वाले फूलों के कारण लोकप्रिय सजावटी पौधे हैं।

एडेनियम सूखे प्रतिरोधी हैं, जो उन्हें शुष्क जलवायु में बढ़ने के लिए आदर्श बनाते हैं, और उनके मोटे, रसीले तने पानी को स्टोर करते हैं। उन्हें बीज या कटिंग से प्रचारित किया जा सकता है और आमतौर पर कंटेनरों या बाहरी बगीचों में उगाया जाता है।

Adenium Care in Hindi

कैसा होता है अडेनियम का पौधा desert rose plant

अडेनियम का पौधा कोई बहुत बड़े आकार का नहीं होता है, इसे आप अपने गमले में भी लगा सकते हैं। हालांकि, ये पौधा बेहद जहरीला होता है। इसलिए इस पौधे से हमेशा बच्चे और पालतू जानवरों को दूर रखें।

इस पौधे की खास बात ये होती है कि ये सर्दी में अपने सभी फूल गिरा देता है और जैसे जैसे गर्मी का मौसम आता है, इसमें फूल खिलने शुरू हो जाते हैं।

अडेनियम के पौधे आपको लाल, गुलाबी, सफ़ेद, रंग के फूलों वाले आसानी से मिल जाएंगे।

अपनी गठीली बनावट के कारण यह बोन्साई बनाने के लिए कुछ आसान पौधों मे से एक है , आप भी इसका बोन्साई खुद ही ट्राई कर सकते हैं ।

कैसे लगाएं अडेनियम का पौधा

अडेनियम का पौधा लगाने की सबसे बेहतर विधि ‘कलम’ काटकर लगाना है। कलम 15 CM लंबी जरूर हो। इसे आप काटकर अपने गमले या मिट्टी में गाढ़ दें। साथ ही कलम लगाने के बाद उसमें पानी भी दे दें।

पानी मौसम के अनुसार इस तरह दें कि मिट्टी में नमी हमेशा बनी रहे। साथ ही जबतक कलम में जड़ों का विकास नहीं हो जाता तबतक आप पौधे की अच्छी देखभाल करते रहें।

कलम लगाने का सबसे उपयुक्त मौसम आती हुई गर्मी का होता है।

पर कटिंग से लगे पौधों मे नीचे round shape caudices नहीं बन पाते हैं जिससे उसकी खूबसूरती पर थोड़ा फरक पड़ जाता है ।

अगर आप caudices वाला अड़ेनियम पाना चाहते हैं तो आपको यह बीज से लगाना चाहिए ।

Adenium Care in Hindi
अपने natural habitat मे लगा हुआ अड़ेनियम का एक बड़ा पौधा

मिट्टी कैसे तैयार करें

अडेनियम के पौधे को रेगिस्तान का गुलाब भी कहा जाता है। क्योंकि ये रेतीली मिट्टी में भी आसानी से उगाया जा सकता है। इस पौधे को उगाने के लिए आप गमले की आधी मिट्टी ले लें, मिट्टी आप कोई भी ले सकते हैं।

साथ ही उसमें 15 से 20 प्रतिशत गोबर की खाद् मिला लें। संभव हो तो उसमें थोड़ा सा रेत और कंकड़ पत्थर भी मिला दें। ताकि पौधे का विकास आसानी से हो सके। इसके बाद आप इन सभी चीजों को मिलाकर गमले में डाल दें।

पानी और तापमान

अडेनियम का पौधा ज्यादा पानी नहीं मांगता। इसलिए हमेशा इस बात का जरूर ध्यान रखें कि पौधे की मिट्टी में नमी बनी रहे, बस उतना ही पानी दें। साथ ही पौधे की मिट्टी को महीने में एक दो बार सूख भी जाने दें, ताकि पौधे की जड़े सड़न से बची रहें।

साथ ही इस पौधे को हमेशा धूप में रखें। धूप में ये पौधा खिलकर फूल देता है। लेकिन ध्यान इस बात का रखें कि ये पौधा कभी भी ज्यादा सर्दी नहीं सहन कर सकता। इसलिए सर्दी के समय इस पौधे की घर के अंदर या ऐसी जगह रख दें जहां सर्दी का प्रभाव कम पड़ता हो।

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खाद् और उर्वरक की आवश्यकता

अडेनियम के पौधे का जिस तरह से विकास होता है, उसकी खाद् और उर्वरक की मांग भी बढ़ती जाती है। इसलिए बेहतर फूलों के लिए इसके उर्वरक का ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है। अडेनियम के पौधे में गर्मी के मौसम में हर महीने खाद् थोड़ी मात्रा में जरूर डालनी चाहिए।

यदि खाद् संभव ना हो तो आप बाजार से उर्वरक भी खरीद  सकते हैं। खाद् या उर्वरक सर्दी के मौसम में कभी ना डालें। इससे पौधा जल जाएगा।

कटाई-छंटाई कब करें

अडेनियम का पौधा जब बड़ा हो जाता है, तो उसकी कटाई-छंटाई की भी जरूरत पड़ती है। इसलिए इसकी छंटाई हमेशा गर्मी के मौसम में ही करें। सर्दी और बरसात का मौसम कटाई-छंटाई के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता।

छंटाई करने के लिए हमेशा बड़ी कैंची का प्रयोग करें। साथ ही छंटाई के बाद कोशिश करें कि पौधे पर नीम तेल का भी छिड़काव अवश्य कर दें। इससे उस पर रोग लगने की संभावना खत्म हो जाती है।

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फूल के सूखने के बाद बना हुआ बीज

अडेनियम का पौधा लगाने के नुकसान

अडेनियम का पौधा जितना खूबसूरत होता है, उतना ही नुकसान देह भी होता है। इसका सबसे पहला नुकसान ये है कि इसके पत्ते, टहनी और तना सबकुछ इंसान और जानवर दोनों के लिए खतरनाक है।

इसलिए हमेशा इस पौधे को घर में बच्चों की पहुंच से दूर रखें, साथ ही संभव हो तो किसी ऐसी जगह लगाएं, जहां बच्चों की पहुंच ना हो। साथ ही जब भी इसकी कटाई करें, हाथ में दस्ताने या कटाई के तुरंत बाद नहा जरूर लें। क्योंकि इसकी टहनियों से निकलने वाला दूध भी बेहद खतरनाक होता है।

साथ ही कटिंग के बाद इसकी टहनियों और पत्तों को ऐसी जगह फैकें जहां इसे जानवर ना खा सकें। क्योंकि जानवर इसे खाकर बीमार हो जाते हैं।

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ध्यान रखने योग्य बातें

1– अडेनियम के पौधे का विकास बहुत धीमी गति से होता है, इसलिए कभी भी इसकी धीमी गति से परेशान ना हों।

2– अडेनियम के पौधे को लगाते समय adenium flower के रंग पर विशेष ध्यान दें, ऐसा ना हो कि पेड़ जब फूल दे तो वो आपकी पसंद का ही ना हो।

3– सर्दी के दौरान ये पौधा इस तरह हो जाता है, जैसे सूख गया हो। लेकिन इस गलत फहमी में कभी भी इसे उखाड़े नहीं, ये गर्मी में फिर से हरा भरा हो जाता है।

4– ज्यादा फूल पाने के चक्कर में पौधे में मात्रा से ज्यादा खाद् पानी ना दें। इससे पौधा खराब हो सकता है।

5– यदि किसी कारणवंश कभी इसके पत्तों को बच्चे या जानवर खा लें, तो घरेलू उपचार की बजाय सीधे डाॅक्टर से संपर्क करें।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं , ऐसे ही पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए hindigarden.com से जुड़े रहें , धन्यवाद ।

Happy Gardening..

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