गेंदे का फूल आसानी से घर पर लगाना सीखें | Marigold plant in Hindi

गेंदे का फूल यानि marigold को शायद ही कोई होगा जो नहीं पहचानता होगा । इस फूल को आपने शादी ब्याह ,पूजा आदि कार्यक्रमों के दौरान सजावट के काम में लगाते हुए देखा होगा। सभाओं आदि में लोगों को इसी फूल से बनी मालाएं पहनाते हुए देखा होगा। Marigold plant in Hindi

इसके साथ ही लोगों के घरों में गमले या फुलवारी में लगा हुआ भी देखा होगा क्योंकि यह फूल सबसे सस्ता और आसानी से लगने वाले पौधों में से एक है।

व्यावसायिक रूप से बिकने वाले फूलों मे इसका बहुत महत्व है इसलिए गेंदे के फूल की खेती भी बड़े स्तर पर की जाती है ।

गेंदे के पौधे का परिचय 

गेंदे का पौधा 6 इंच से लेकर 2 से 3 फीट तक बड़ा होता है, जितना बड़ा इस पौधे का आकार होगा उतने ही ज्‍यादा इस पौधे में फूल खिलेंगे। इस पौधे में केवल सर्दियों के मौसम में ही फूल लगते हैं।

जबकि गर्मी के मौसम में ये पौधा सूख जाता है। इसलिए इसे हर सीजन में हमें नए सिरे से लगाना होता है। ज्‍यादातर इस पौधे में आपने पीले रंग के फूल ही देखें होंगे, लेकिन  इस पौधे में नारंगी, Golden, सफेद या दो मिक्स रंगो के फूल भी आते हैं। लेकिन पीले रंग के फूल सबसे आकर्षक लगते हैं, इसलिए उसे सबसे ज्यादा लगाया जाता है।

गेंदे के फूल की दो किस्मे ज्यादा हमे दिखाई देती हैं

अफ्रीकन मैरिगोल्ड

यह पीले और नारंगी रंग मे आती हैं ,इन पौधों की ऊंचाई  15 से  90 सेमी तक होती है । इन्हें बेडडिंग्स तैयार करने और cut flowers के लिए लगाया जा सकता है ।

फ्रेंच मैरिगोल्ड

यह फूल आकार मे थोड़े छोटे होते हैं, इनकी ऊंचाई 30 से 45 सेमी तक रहती है । ये मुख्य रूप से नारंगी , पीले , बरगंडी और मिक्स कलर मे आते हैं ।

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कैसी जलवायु में उगता है गेंदे का पौधा

गेंदे का पौधा  ठंडे प्रदेशें में या ठंड के मौसम में ही उगाया जा सकता हैं। इसलिए आपको ये उत्‍तर भारत में सबसे अक्‍टूबर से अप्रैल माह के बीच खूब दिखाई देगा।

18 से 20 डिग्री तापमान गेंदे के पौधे के लिए आदर्श तापमान माना जाता है।

लेकिन जैसे ही तापमान 35 डिग्री से उपर जाता है, तो इस पौधे का विकास रूक सा जाता है। इसी के सा‍थ इस पौधे के फूल भी मुरझाने लगते हैं और धीरे धीरे पौधा भी सूखने लगता है।

इसलिए आप कभी भी इस बात से परेशान ना हों कि आखिर गैंदे का पौधा गर्मी से क्यों सूखता जा रहा है।

गेंदे का पौधा कैसे लगाएँ 

गेंदे के फूल को हमेशा सर्दी के शुरूआती दिनों में ही लगागा जाता है। इसके लिए आप मिट्टी की निड़ाई/खुदाई कर उसे भुरभुरा बना लें। इसी के साथ यदि आपके पास बीज पुराने साल के रखें हैं तो उन्‍हें भी धूप में सुखा लें। ताकि वो अच्‍छे से मिट्टी में विकसित हो सकें नहीं तो आप गैंदे के बीज बाजार से भी खरीद सकते हैं।

इन सब को करने के बाद आप बीजों को मिटटी में मिला दें। मिटटी में उन्‍हें इस तरह मिलाएं कि सभी बीज आसानी से मिट्टी के थोड़े अंदर चले जाएं।

इसके बाद इनके उपर हल्‍के पानी का छिड़काव भी कर दें, इसके कुछ दिनों बाद आपको गैंदे के पौधे दिखाई देने लगेंगे। पौधे दिखाई देने के बाद आप और ज्‍यादा पानी दे सकते हैं। क्योंकि अब पौधों को पानी की जरूरत पड़ेगी। एक तरह से ये गेंदे की पौध तैयार हो चुकी है।

आप इसे चाहे तो अब मिट्टी समेत उखाड़ कर गमले में भी लगा सकते हैं। या आप इसे क्यारी में भी लगा सकते हैं। क्यारी में लगाने के दौरान आप हर पौधे के बीज थोड़ी दूरी जरूर रखें। इस पौधे को लगाने के 45 दिनों बाद आपको फूल दिखने शुरू हो जाएंगे।

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कैसे करें पौधे की देखभाल

गेंदे के पौधे की देखभाल करने की कोइ विशेष आवश्‍यकता नहीं पडती। इसीलिए लोग इसे लगाना सबसे ज्‍यादा पसंद करते हैं। पौधे में यदि आप ज्‍यादा फूल देखना चाहते हैं, तो समय समय पर आप इसमें गोबर की खाद् या बाजार से उवर्रक खरीद कर डाल सकते हैं।

इसी के साथ आप पौधे को कीड़े मकोड़े से बचाने के लिए इसके पत्‍तों पर कीटनाशक दवाई का भी छिड़काव करते रहें। साथ ही यदि आपका पौधा गमले में है, तो उसे ऐसी जगह रखें जहां अच्‍छी धूप आती हो। ताकि ये ज्यादा से ज्यादा फूल दे सके।

गेंदे के बीज तैयार करने की विधि

 यदि आप फूलों के शौकीन है और हर साल गेंदे का फूल लगाना चाहते हैं, तो आप इसी के पौधे से इसके बीज भी तैयार कर सकते हैं। ताकि हर साल आपको गेंदे के बीज खरीदने की जरूरत ना पड़े।

बीज तैयार करने के लिए आप जब मार्च अप्रैल में गैंदे का पौधा सूखने लगे तो इस पर लगे फूल तोड़ लें।

ध्यान रखें कि बीज बनाने के लिए कभी भी खिले हुए फूल ना तोड़ें। इन सूखे फूलों को तोड़ने के बाद किसी ऐसी जगह रख दें जहां नमी ना रहती हो। यदि इन फूलों में नमी लग जाएगी, तो ये बीज खराब हो जाएंगे।

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गेंदे के फूल का खेत

इसके बाद जब अगला सीजन आए तो इन फूलों को हल्का चूर मूर कर दें, ताकि फूल पूरी तरह से बिखर जाए। इसे इसी तरह एक दिन धूप में बिखेर दें ताकि इसकी नमी पूरी खत्म हो जाए।

अब आप इसे ही मिट्टी में लगाकर गैंदे का पौधा प्राप्त कर सकते हैं। इस तरह आप हर साल उतने ही बीज बनाएं जितनी संख्या में आप पौधे लगाना चाहते हैं।

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Happy Gardening..

Writer- Rohit Yadav 

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