पौधे या पेड़ अलग अलग प्रकार के होते हैं , सबका आकार , उम्र और गुण अलग अलग प्रकार का होता है , कुछ 1 दिन जीवित रहते हैं और वहीं कुछ सैकड़ों वर्ष तक चीर स्थायी बने रहते हैं ।
इन ढेर सारी विभिन्नताओं के बावजूद लगभग सभी पेड़ पौधों का जीवन चक्र 5 चरणों मे बंता होता है जिनसे गुजर कर इन्हें अपना जीवन काल पूरा करना होता है ।Plant Life Cycle in Hindi
अगर हम से देखेंगे तो यह पाएंगे कि पौधों का जीवन चक्र और मानव का या फिर अन्य जीव जंतुओं का जीवन चक्र लगभग एक जैसा ही है ।
Plant Life Cycle in Hindi
बीज Seed
यह किसी भी पौधे का सबसे चमत्कारिक स्टेज होता है जिसमें वह आराम की मुद्रा मे रहता है , sleeping mode मे रहते हुये भी इसमे जीवन भरपूर मात्रा मे रहता है । ये अपने अंदर इतना भोजन और ऊर्जा समेटे रहता है कि सही वातावरण मिलने पर यह अंकुरित हो जाता है ।
एक बीज सही से रखा जाए तो कई साल तक संभाल के रखा जा सकता है , वर्तमान मे बीजों को केमिकल से ट्रीट करके पैक करके बेचा जाता है जो लंबे समय बाद भी लगाने के बाद अंकुरित हो जाता है ।
पौध Seedling
जब बीज को बोया जाता है और अनुकूल वातावरण पाकर वह अंकुरित होकर एक पौधा बन जाता है । पौध या seedling बीज अंकुरण के ठीक बाद का चरण है ।
बीज बोने के बाद जैसे ही उसमें पहले 2-4 पत्तियाँ आती हैं उसी दौरान मिट्टी के नीचे पौध का जड़ तंत्र भी तैयार होने लगता है और ऊपर तना और पत्तियाँ अपना shape लेने लगती हैं ।
पत्तियों के बनने के बाद पौधा अपना भोजन प्रकाश संसलेशण की प्रक्रिया से बनाना शुरू कर देता है ।
यह चरण पौधे के आगे के जीवन काल के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है , इस चरण मे एक अच्छा और स्वस्थ रूट सिस्टम बनना पौधे के आगे के जीवन को आसान बना देता है ।
मजबूत रूट सिस्टम मिट्टी से पोषक तत्वों को अच्छे से अवशोषित करके आगे चलकर अच्छे फल और फूल देने मे सहायता करता है ।
वृद्धि काल Growth
Seedling अगर नर्सरी मे तैयार किया जाता है तो seedling बनने के बाद बड़े गमले या क्यारी आदि मे लगा दिया जाता है , इस अवस्था से फूल बनने के अवस्था तक पौधे को अत्यधिक ऊर्जा और भोजन की आवश्यकता होती है ।
इस अवस्था मे पौधे मे ढेर सारी नई शाखाएँ और पत्तियाँ निकलती हैं । इस अवस्था को आप मनुष्यों मे किशोरावस्था से तुलना करके समझ सकते हैं ।
पौधे को काफी भोजन लेने की आवश्यकता होती है , इस समय पौधे को नाइट्रोजन युक्त भोजन देना चाहिए ।
फूल Flowering
पौधा अब reproductive phase मे आ जाता है , अब कली और फूल आने लगते हैं ।
इस समय पौधे मे नई ग्रोथ जैसे नई टहनी , शाखाएँ या पट्टियाँ अब नहीं के बराबर आते हैं और टहनियों के tip पर कलियाँ आने लगती है जो खिलकर फूल बन जाता है ।
इस समय पौधे को सल्फर और मैग्निशियम जैसे micro nutrients की जरूरत रहती है ।
फल Fruit
फूलों मे इस समय परागण होता है , अच्छी तरह से परागण हो इसके लिए तरह तरह के कीट , मधु मक्खी , भँवरे आदि सहायता करते हैं ।
परागण होने के पश्चात फूल से फल बनता है , और फल बनने के बाद फल के अंदर बीज का निर्माण होता है । किसी फल मे सिर्फ एक बीज होता है जैसे आम ,जामुन , आदि जबकि कुछ फलों मे अनगिनत बीज आते हैं जैसे अमरूद , तरबूज, अंजीर आदि ।
कुछ पौधे जो सिर्फ फूल देते हैं उनमे बीज के नीचे seedpod बनते हैं और उसी मे ढेर सारे बीज बनते हैं ।
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Happy Gardening..
Nice translation.thanks